Kanwar Yatra : कांवड़ लाने के लिए छुट्टी नहीं मिली तो नौकरी ही छोड़ दी। हम बात कर रहे हैं शामली के रहने वाले पारस की जिन्हें हरिद्वार से पुरा महादेव कांवड़ लानी थी। इसके लिए पारस ने अपने बॉस से छुट्टी मांगी लेकिन बॉस ने छुट्टी देने से इंकार कर दिया। इस पर पारस ने साफ कह दिया पहले देवों के देव महादेव हैं आपकी नौकरी बाद में है। यह कहते हुए पारस ने इस्तीफा बॉस के हाथों में थमाया और हरिद्वार के लिए निकल गया।
शामली के गांव खोडसमा के रहने वाले पारस, करनाल की एक फाइनेंस कंपनी में काम करते थे। वह चार वर्ष से लगातार कांवड़ ला रहे थे। इस बार भी उन्हें कांवड़ लानी थी। पारस के अनुसार भोले बाबा की कृपा से ही उन्हें नौकरी मिली थी लेकिन अब वहीं नौकरी भोले बाबा की भक्ति में आड़े आ रही थी। बारजेकेकेबार रिक्वेस्ट करने के बाद भी जब छुट्टी नहीं मिली तो उन्होंने नौकरी को ही अलविदा कह दिया। नौकरी छोड़ने के बाद पारस करनाल से सीधे हरिद्वार पहुंचे और बाबा भोले नाथ के लिए गंगाजल उठाया। इस तरह खुशी-खुशी पारस पुरा महादेव के लिए रवाना हुए।
नौकरी चले जाने का कोई गम पारस के चेहरे पर नहीं दिख रहा है। वह खुशी-खुशी कांवड़ लाएं हैं। पारस ने कहा है कि भोले बाबा पर ऐसी एक हजार नौकरियां न्यौछावर कर सकते हैं। पारस के इस निर्णय की पूरे गांव में चर्चा है। अधिकांश लोग पारस के इस निर्णय की सराहना कर रहे हैं। अधिकांश गांव वाले पारस के इस कदम को भक्तिभाव से ओतप्रोत बता रहा हैं।
Updated on:
23 Jul 2025 08:46 am
Published on:
23 Jul 2025 08:45 am