
शहडोल. शासकीय इंदिरा गांधी गृह विज्ञान कन्या महाविद्यालय को उच्च शिक्षा विभाग ने ऑटोनामस कॉलेज के लिए चिन्हित किया है। इसके लिए महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधा, संसाधन, स्टॉफ सहित अन्य आवश्यक जानकारियां मंगाई गई हंै। ऑटोनामस का दर्जा मिलने के महाविद्यालय कई महत्वपूर्ण निर्णय के लिए स्वतंत्र होगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय पर महाविद्यालय की निर्भरता कम होगी। महाविद्यालय में अध्ययनरत् छात्राओं के हित को लेकर कई मामलों में प्रबंधन निर्णय लेने में सक्षम होगा। महाविद्यालय के ऑटोनामस हो जाने का लाभ यहां अध्ययनरत् लगभग 3100 छात्राओं को मिलेगा। इससे विश्वविद्यालय से भी दबाव कम होगा।
कन्या महाविद्यालय के ऑटोनामस हो जाने से यहां की शिक्षा व परीक्षा की गुणवत्ता बेहतर होगी। प्रबंधन छात्र हित में सिलेबस में परिवर्तन कर सकेगा। अनुसंधान व अन्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पूरी स्वतंत्रता होगी। महाविद्यालय अपने पाठ्यक्रम, प्रवेश नियम के साथ ही परीक्षा प्रक्रियाएं तय कर सकेगा।
महाविद्यालय को ऑटोनामस का दर्जा के साथ ही शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टॉफ के साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर की अभी आवश्यता होगी। अभी महाविद्यालय में जो स्टॉफ है वह लगभग 20 वर्ष पूर्व की स्थिति के हिसाब से हैं। वर्तमान में यहां विद्यार्थियों की संख्या चार से पांच गुना बढ़ गई है। इसके अलावा परीक्षाओं का संचालन महाविद्यालय स्तर पर होने से अलग से स्टॉफ की आवश्यकता होगी। साथ ही गोपनीय कक्ष व परीक्षा संबंधी गतिविधियों के लिए अतिरिक्त भवन की भी जरूरत होगी।
विश्वविद्यालय पर दबाव ज्यादा होने की वजह से परीक्षाओं का संचालन काफी देर से हो रहा था। इससे विद्यार्थियों को काफी परेशोनी का सामना करना पड़ता था। साथ ही शैक्षणिक गतिविधियां भी प्रभावित होती थी। कन्या महाविद्यालय को ऑटोनामस का दर्जा मिलने के बाद सभी परीक्षाएं महाविद्यालय स्तर पर ही संचालित होंगी। पेपर निर्माण, कॉपी की उपलब्धता, मूल्यांकन, परिणाम तैयार करना व मार्कशीट उपलब्ध कराना पूरी जिम्मेदारी महाविद्यालय प्रबंधन की होगी। विद्यार्थियों की परीक्षा संबंधी सभी समस्याओं का समाधान महाविद्यालय स्तर पर हो सकेगा। इसके लिए छात्राओं को विश्वविद्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इसके अलावा जो भी परीक्षा शुल्क प्राप्त होती वह अब विश्वविद्यालय में जमा नहीं होगी। महाविद्यालय प्रबंधन इसका उपयोग कर सकेगा।
इनका कहना है
उच्च शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक स्टॉफ, इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित अन्य जानकारी चाही थी। हमने प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है। ऑटोनामस का दर्जा मिलता है तो छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा।
प्रो. मुकेश तिवारी, प्राचार्य शासकीय इंदिरा गांधी गृह विज्ञान कन्या महाविद्यालय
Published on:
03 Nov 2025 12:13 pm
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