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चार साल से अधूरा पड़ा सोहागपुर फ्लाइओवर का निर्माण, दोनों ओर की सडक़ें भी उखड़ गईं

उड़ रहे धूल के गुबार, आए दिन हो रहे हादसे, फिर भी कंपनी कर रही लापरवाही

उड़ रहे धूल के गुबार, आए दिन हो रहे हादसे, फिर भी कंपनी कर रही लापरवाही
शहडोल. शहडोल- उमरिया हाइवे का निर्माण कार्य बीते चार साल से अधूरा पड़ा है। ठेका कंपनी को बार-बार नोटिस मिलने के बाद भी कार्य को पूर्ण नहीं किया जा रहा है। सोहागपुर कोनी तिरहा के पास बने फ्लाई ओवर ब्रिज का कार्य बीते 4 साल से अधूरा पड़ा है, इसके आसपास की सडक़ें भी जर्जर हो गई है। सडक की गिट्टी पूरी तरह से उखड़ चुकी है, जो अब लोगों के लिए खतरा बन रही हंै। बड़े वाहनों के गुजरने से धूल के गुबार उठने से लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। अनूपपुर से कटनी के लिए यहां से हर रोज सैकड़ों छोटे बड़े वाहनों का आवागमन होता है। इसके साथ ही आसपास के ग्रामीणों क्षेत्रों से शहर आने के लिए लोग इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। यहां सबसे अधिक परेशानी लोगों को रात के समय होती है। कई बार यहां हादसे हो चुके हैं। इसके बाद भी प्रशासन इस कार्य को पूर्ण कराने में लापरवाही बरत रहा है।

3 दिन पहले दिया नोटिस

अधिकारियों ने बताया कि 2019-20 में सडक़ निर्माण का जिम्मा टीबीसीएल को दिया गया था, लेकिन शुरू से ही कंपनी की तरफ से कार्य में लेटलतीफी की गई है। बार-बार एक्सटेंशन दिया गया। तीन दिन पहले विभाग की तरफ से फिर नोटिस जारी किया गया है। 1-2 महीने में कोनी तिराहा के पास एनएच की जर्जर सडक़ की मरम्मत कर फ्लाई ओवर ्िरब्रज का काम पूरा करने को कहा गया है।

चार आरओबी व फ्लाइओवर का होना है निर्माण

विभागीय जानकारी के अनुसार शहडोल से उमरिया के बीच एनएच में ठेका कंपनी को चार आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) एवं एक फ्लाई ओवर ब्रिज (एफओबी) का निर्माण करना है। इसमें मोर्चा फाटक, पाली फाटक, पठारी फाटक व अमहा फाटक में आरओबी एवं सोहागपुर कोनी तिराहा के पास एफओबी का निर्माण किया जा रहा है। सडक़ का काम लगभग पूर्ण हो चुका है। लेकिन आरओबी व एफओबी का कार्य बीते चार वर्षों से अधर पर लटका है। इसके कारण शहडोल से उमरिया के बीच कई स्थानों में सडक़ को भी अधूरा छोड़ा गया है, जिससे आवागमन में समस्या होती है।


परिजन सलैया से मजदूरी करने शहर इसी रास्ते से आते हैं, कई बार ग्रामीण हादसे का शिकार हो चुके हैं। कई महीनों से यह सडक़ जर्जर है, लेकिन मरम्मत नहीं हो रही है।
राकेश बैगा, ग्रामीण
बड़े वाहनों के आवागमन से धूल के गुबार उड़ते हैं, जिसकी वजह से छोटे वाहन हादसे का शिकार हो जाते हैं। कुछ दिन पहले ही बाइक सवार गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
रोहित सिंह, छात्र
ओवर ब्रिज के पास सुरक्षा की दृष्टि से ठोस प्रबंध नहीं किए गए हंै, आए दिन यहां लोग हादसे का शिकार होते हैं। सूचना के लिए बोर्ड भी नहीं लगाया है और न ही सडक़ की मरम्मत हो रही है।
विजय रौतेल, स्थानीय दुकानदार
इनका कहना
कंपनी को कार्य पूर्ण करने के साथ ही सडक़ मरम्मत के लिए नोटिस जारी किया गया है। सुरक्षा के लिए बोर्ड लगाने भी निर्देशित किया है, समय पर कार्य पूर्ण नहीं करने पर कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।
पंकज कुमार बागरी, सहायक महाप्रबंधक, एमपीआरडीसी