जगह-जगह फैली गंदगी, निस्तार के लिए बाहर से पानी लेकर आ रहे मरीज
शहडोल. मेडिकल कॉलेज में बीते 2-3 महीने से पानी की समस्या से मरीज परेशान व उनके परिजन परेशान हैं। पानी की पार्याप्त उपलब्धता न होने के कारण साफ-सफाई भी प्रभावित है। मरीजों को शुद्ध पेयजल से लेकर निस्तार के लिए पानी बाहर से लाने की मजबूरी बन रही है। वहीं अस्पताल में साफ-सफाई चौपट होने से गंदगी के कारण संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन व नगरपालिका के बीच पानी आपूर्ति को लेकर अनुबंध किया गया था, लेकिन यह व्यवस्था भी फेल साबित हो रही है, जिससे दिनों दिन यहां समस्या बढ़ती जा रही है। पीडब्ल्यूडी की तरफ से पानी आपूर्ति के लिए 3 नए बोर कराए गए थे वह भी पर्याप्त पानी नहीं दे पा रहे हैं।
बोरवेल हो रहे फेल
मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने बताया कि पानी की आपूर्ति के लिए परिसर में 7-8 बोरवेल पहले से थे 3 नए भी हुए। इसके बाद भी पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। गरमी आते ही सारे बोर पर्याप्त पानी नहीं दे पाते। यह समस्या बीते दो साल से उत्पन्न हो रही है। कुछ बोरवेल तो बंद हैं, कुछ से पानी तो आ रहा लेकिन पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है। हालात यह है कि बोर से पहले एक अस्थाई टंकी में पानी स्टोर किया जा रहा है, फिर उससे अस्पताल के अलग-अलग विभागों को सप्लाई दी जाती है, जो दिन भर नहीं चल पाता।
मेडिकल कॉलेज में हर रोज सैकड़ों की संख्या में मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। प्रबंधन की माने तो मेडिकल कॉलेज में हर रोज 700 केएलडी पानी की खपत है। पानी की उपलब्धता के लिए लगभग 11 बोरवेल हैं, जिससे 300 केएलडी ही पानी मिल पाता है, 400 केएलडी की पानी की कमी हर रोज बनी रहती है। प्रबंधन की माने तो वाटर लेवल नीचे होने के कारण बोरवेल से पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है।
मरीज के परिजनों की माने तो मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त पानी की सुविधा नहीं होने से सुविधाघरों की सफाई नहीं हो रही है। निस्तार के लिए परिजन बाहर से पानी लाकर रखते हैं और जरूरत पडऩे पर उपयोग करते हैं, लेकिन नियमित सफाई नहीं होने से गंदगी फैली रहती है।
Updated on:
28 Jun 2025 11:57 am
Published on:
28 Jun 2025 11:56 am