मलारना डूंगर (सवाईमाधोपुर)। सरकार सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर नशामुक्ति अभियान चला रही है, लेकिन यहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मलारना स्टेशन के कक्षा कक्षों में दीवारों पर जगह-जगह गुटखा पीक के निशान शिक्षा के स्तर के साथ सरकार के जनजागृति अभियान की हकीकत बयान कर रहे हैं। गुरुवार को तहसीलदार रामजीलाल मीना बनास नदी में कीर-धोबी ढाणी कांटड़ा से सम्भावित बाढ़ प्रभावित लोगों के विस्थापन के लिए विद्यालय में निरीक्षण करने पहुंचे। यहां कक्षा कक्षों की दीवारों पर गुटखा पीक देखा तो तमतमा गए।
उन्होंने प्रधानाचार्य को फटकार लगाते हुए कहा कि आप यहां बच्चों को शिक्षा दे रहे हो या नशे का आदी बना रही हो। इस पर प्रधानाचार्य भारती गुप्ता ने कहा कि बच्चे प्यार से समझते नहीं है। इस पर तहसीलदार ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यहां बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। उन्हें किताबी शिक्षा के साथ व्यहारिक तथा सांस्कारिक शिक्षा देने की जिम्मेदारी आप की है। इस पर मौजूद सभी शिक्षक बगले झांकने लगे। तहसीलदार ने मौके पर गुटखा पीक साफ करने के निर्देश दिए।
इनका कहना है….
सम्भावित बाढ़ प्रभावित लोगों के विस्थापन के लिए स्कूल गए थे। वहां कक्षा कक्षों की दीवारों पर गुटखा पीक मिली। साफ करने के निर्देश दिए हैं।
रामजीलाल मीना, तहसीलदार, मलारना डूंगर
हम बच्चों को खूब समझाते हैं। लेकिन बात नहीं मानते। अब इनके अभिभावकों से शिकायत करेंगे।
भारती गुप्ता, प्रधानाचार्य, राउमावि मलारना स्टेशन
Published on:
01 Aug 2025 05:21 pm