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रणथंभौर से ‘कनकटी’ की विदाई तय, यहां किया जा सकता है शिफ्ट; रेंजर व 7 वर्षीय बालक को उतारा था मौत के घाट

Ranthambore: रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान से एक बार फिर एक युवा बाघिन की विदाई होना लगभग तय हो चुका है।

Ranthambore: सवाईमाधोपुर। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान से एक बार फिर एक युवा बाघिन की विदाई होना लगभग तय हो चुका है। रणथंभौर में रेंजर और एक सात वर्षीय बालक को मौत के घाट उतारने वाली और बार-बार आबादी क्षेत्र में आने वाली बाघिन एरोहैड टी-84 की बेटी यानी अवनि या कनकटी की रणथम्भौर से विदाई तय मानी जा रही है।

गत दिनों कुतलपुरा मालियान के खेतों और होटल परिसर में आई बाघिन को वन विभाग ने ट्रेंकुलाइज कर भिड़ नाके पर बने एनक्लोजर में शिफ्ट किया था। विभाग की ओर से बाघिन को या तो प्रदेश के किसी अन्य टाइगर रिजर्व या फिर बॉयोलोजिकल पार्क में भेजा जाएगा।

कमेटी की बैठक आज

​इस पर निर्णय के लिए कमेटी का गठन किया है। कमेटी की बैठक शनिवार को होनी है। वन विभाग की ओर से बाघिन के स्वभाव को लेकर एक रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी गई है। रिपोर्ट में बाघिन के स्वभाव को मानव के लिए खतरनाक माना है।

इनका कहना है

बाघिन के भविष्य को लेकर कमेटी की ओर से निर्णय किया जाएगा। इस संबंध में शनिवार को बैठक होनी है। बाघिन को रणथम्भौर से जल्द ही शिफ्ट करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।
-अनूप केआर, सीसीएफ, रणथंभौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर

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