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इंजीनियर ने 65 हजार महीने की नौकरी छोड़ी, 6 माह में मछली से कमा लिए 8 लाख

टेस्टिंग में ही हुआ 4 लाख का प्रॉफिट, अब 5 गुना का लक्ष्य

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सतना। छत्तीसगढ़ में 65 हजार रुपए महीने की नौकरी कर रहे इंजीनियर की किस्मत मछली ने चमका दी। छत्तीसगढ़ में अपने काम के दौरान वहां कुछ ऐसा देखा कि नौकरी छोड़ कर सतना आ गए। इसके बाद मछली के भरोसे अपना कारोबार शुरू किया और 6 महीने में ही 8 लाख रुपए कमा लिए जिसमें से 4 लाख रुपए का शुद्ध मुनाफा भी शामिल है। यह खुलासा कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस के क्षेत्र भ्रमण के दौरान हुआ।

4 लाख का मुनाफा

कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस बुधवार को रामपुर बाघेलान तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण पर निकले थे। गोरैया पहुंचने पर कलेक्टर को बताया गया कि यहां एक इंजीनियर ने छत्तीसगढ़ में 65 हजार रुपए की नौकरी छोड़ कर मछली पालन का काम प्रारंभ किया है। इस कार्य में लाभ की स्थिति यह है कि उसने 6 महीने में ही 4 लाख रुपए का मुनाफा कमाया है। ग्रामीण क्षेत्र में स्वरोजगार की इस पहल की जानकारी मिलने पर कलेक्टर संबंधित इंजीनियर मोहित सिहं के खेत पहुंच गए।

ऐसे बदला इरादा

मोहित ने कलेक्टर को बताया कि छत्तीसगढ़ में नौकरी के दौरान मैने देखा कि वहां के लोग छोटे-छोटे तालाबों में मछली उत्पादन कर लाखों कमा रहे हैं। इस पर मैने उन लोगों से इसकी जानकारी ली। मछली उत्पादन की पूरी प्रक्रिया समझने के बाद लगा कि यह काम तो मैं अपने गांव में ज्यादा बेहतर तरीके से कर सकता हूं। खुद में विश्वास जगाया और इस काम को करने का निर्णय लिया।

बड़ा फैसला था नौकरी छोड़ना

मछली पालन के लिए अच्छी खासी नौकरी छोड़ कर गांव आने का फैसला बड़ा था। एक डर भी था कि क्या पता सफल होंगे या नहीं। लेकिन परिवार विशेष कर मां साथ खड़ी थी। आखिरकार 65 हजार रुपए की नौकरी छोड़ कर गांव आ गया। अपने एक हेक्टेयर के खेत में तीन तालाब बनवाए और मछली पालन का काम प्रारंभ किया। इसमें 4 लाख रुपए का खर्च आया। चार माह बाद जब मछली का उत्पादन सामने आया और उसे बेचकर 8 लाख रुपए मिले। जिसमें 4 लाख मुनाफे के थे। मोहित ने कहा कि इस बार टेस्टिंग के कारण कम उत्पादन किया गया है। अगली बार पूरी क्षमता में 40 टन तक उत्पादन ले जाएंगे। जिससे कमाई 5 गुना और बढ़ेगी। कलेक्टर ने अन्य लोगों को भी इस स्वरोजगार को अपनाने की अपेक्षा की।