बीना. कृषि उपज मंडी में बुधवार को करीब पचास ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर किसान उपज बेचने के लिए पहुंचे थे, लेकिन सुबह से डाक न होने के कारण किसानों को परेशान होना पड़ा। दोपहर 2 बजे उपज की डाक की गई।
डाक न होने की सूचना मिलने पर किसान नेता इंदर सिंह मंडी पहुंचे और डाक बंद होने का विरोध जताया। उन्होंने कहा कि जब मंडी बोर्ड ने वर्ष 2020 में धर्मकांटा पर तौल कराने का आदेश दिया है, तो तब से अभी तक इसे अमल में क्यों नहीं लगाया गया। यहां कुछ लोग नेतागिरी कर रहे हैं और अपने धंधे चला रहे हैं। इस तरह के आदेश जारी होने से परेशान किसान ही हो रहे हैं। व्यापारियों ने दोपहर 2 बजे डाक की। जबकि बारिश का मौसम होने से किसान चिंतित थे कि उपज भीगने से खराब हो जाएगी। गौरतलब है कि जनपद उपाध्यक्ष की मांग पर मंडी बोर्ड के आदेश के अनुसार कलेक्टर ने आदेश जारी किए हैं कि किसानों की उपज की तौल धर्मकांटे पर होगी और तौल के रुपए किसानों से नहीं लिए जाएंगे। जबकि अभी तौल, हम्माली के रुपए किसानों से लिए जा रहे थे।
व्यापारियों ने कहा आदेश का नहीं है विषय
सुबह व्यापारियों ने मंडी में एकत्रित होकर कुछ देर चर्चा की। डाक न करने के संंबंध में व्यापारी संघ अध्यक्ष संदीप जैन से जानकारी ली, तो उन्होंने बताया कि बारिश के कारण गोदाम में उपज भीग गई है, जिसे व्यापारी व्यवस्थित कर रहे थे और चोरियों को लेकर चर्चा की है। इसलिए दोपहर 2 बजे से डाक की थी। धर्मकांटे पर तौल के आदेश को लेकर कोई बात नहीं हुई है।
Published on:
31 Jul 2025 12:24 pm