बीना. लगातार हुई बारिश के कारण जिन जगहों पर खेतों में जल भराव नहीं हुआ है वहां फसलें तो बच गई हैं, लेकिन वह छोटी रह गई हैं। इन फसलों में फूल आना भी शुरू हो गया है। फसल छोटी रहने से उत्पादन बहुत कम होगा, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा।
किसानों के अनुसार एक माह से ज्यादा का समय बोवनी को हो चुका है और सोयाबीन की फसल करीब दो फीट लंबी हो जानी थी, जो करीब 9 से 10 इंच है। फसल छोटी रहने से फूल भी कम आएगा, तो फलियां भी बहुत कम आएंगी और उत्पादन न के बराबर होगा। हालांकि मौसम साफ होते ही किसानों ने दवाओं का छिडक़ाव शुरू कर दिया है, जिससे फसल बढ़ जाए और फूल अच्छा आ जाए। क्योंकि जिस स्थिति में अभी फसल है, उसमें लागत निकलना भी मुश्किल है। क्षेत्र में 38 हजार हैक्टेयर में सोयाबीन की बोवनी हुई है। सोयाबीन के अलावा मक्का, धान की फसल भी प्रभावित हुई है।
उड़द की फसल हो गई है खराब
बारिश के कारण उड़द की फसल पूरी तरह खराब हो गई है और किसानों के हाथ कुछ भी नहीं आएगा। जबकि क्षेत्र में करीब आठ हजार हैक्टेयर में उड़द की बोवनी हुई है।
दो दिन से नहीं हुई बारिश
दो दिन से बारिश नहीं हुई है और हल्की धूप भी निकल रही है, जिससे सोयाबीन, मक्का की फसल को लाभ होगा। यदि कुछ दिन तक मौसम साफ रहेगा, तो फसलें थोड़ी अच्छी हो जाएंगी।
Updated on:
03 Aug 2025 12:04 pm
Published on:
03 Aug 2025 12:03 pm