बीना. कृषि उपज मंडी में पिछले दिनों एक आदेश में 2020 के पत्र का हवाला देकर उपज की तौल धर्मकांटे पर कराने का उल्लेख किया गया है और इसमें किसानों से हम्मली, तुलावटी के रुपए नहीं लिए जाएंगे। इस आदेश के बाद हम्माल, तुलावटी परेशान हैं कि उन्हें रुपए कौन देगा और उनके परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा।
इस आदेश के विरोध में सोमवार को दोपहर में एक घंटे तक डाक नहीं हो सकी, जिससे किसान परेशान हैं। हम्माल संघ अध्यक्ष विक्रम अहिरवार ने बताया कि एक क्विंटल उपज पर हम्माल को 12 और तुलावटी को 4 रुपए मिलते हैं, लेकिन इस आदेश के बाद यह तय नहीं हो पा रहा है कि उन्हें रुपए कौन देगा। अभी तक यह रुपए किसानों से काटे जाते थे। अब अधिकारी यह तय करें कि उन्हें कौन रुपए देगा। वहीं, तुलावटी संघ अध्यक्ष शिवप्रकाश बैरागी ने बताया कि हम्माल, तुलावटी करीब 40 वर्षों से मंडी में काम करते आ रहे हैं और जो धर्मकांटे वाला आदेश निकला है, उससे करीब 400 परिवार बेरोजगार हो जाएंगे। जबकि हम्माल, तुलावटियों के परिवार का भरण-पोषण इन्हीं रुपयों से होता है। इसलिए अन्य मंडियों में जिस प्रकार से कार्य चल रहा है, वैसा ही बीना मंडी में कराए जाने की मांग की है। गौरतलब है कि इस आदेश का विरोध व्यापारी भी कर रहे हैं और कुछ दिन पूर्व उन्होंने डाक नहीं की थी।
जल्द करेंगे बैठक
सोमवार को समझाइश देकर डाक शुरू कराई गई थी और इस संबंध में जल्द ही व्यापारी, हम्माल और तुलावटियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा, जिससे किसानों को परेशानी न हो।
कमलेश सोनकर, सचिव, कृषि उपज मंडी, बीना
Updated on:
05 Aug 2025 11:51 am
Published on:
05 Aug 2025 11:50 am