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मंदिरों होगी नागदेवता की पूजा, नागेश्वर मंदिर और खेजराधाम के नागचंद्रेश्वर मंदिर में होंगे विशेष अनुष्ठान

. नागपंचमी मंगलवार को उत्साह के साथ मनाई जाएगी। मंदिरों एवं घरों में नागदेवता का पूजन विधि विधान से किया जाएगा। शिव मंदिरों में विशेष आयोजन होंगे। देव नागेश्वर मंदिर व जिले के खेजराधाम स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर में विशेष अनुष्ठान और पूजा अर्चना होगी। चौरसिया समाज चौरसिया महोत्सव मनाएगा।

सागर

Reshu Jain

Jul 29, 2025

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चौरसिया समाज का निकालेगा शोभायात्रा

सागर. नागपंचमी मंगलवार को उत्साह के साथ मनाई जाएगी। मंदिरों एवं घरों में नागदेवता का पूजन विधि विधान से किया जाएगा। शिव मंदिरों में विशेष आयोजन होंगे। देव नागेश्वर मंदिर व जिले के खेजराधाम स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर में विशेष अनुष्ठान और पूजा अर्चना होगी। चौरसिया समाज चौरसिया महोत्सव मनाएगा। चौरसिया दिवस पर शोभायात्रा के साथ ही प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन भी किया जाएगा। नागपंचमी महोत्सव में चौरसिया समाज की ओर से पुरव्याऊ स्थित मां फूलादेवी मंदिर में सुबह विशेष पूजन अनुष्ठान किया जाएगा। मंगलवार को मंदिर परिसर से विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा पठा, खिरका, गणेशघाट, काली तिराहा, चकराघाट, तीन बत्ती, जय स्तंभ, राधा तिराहा से वापस काली तिराहा होते हुए मां महलवार देवी मंदिर पहुंचेगी। शोभायात्रा का रास्ते में कई जगह स्वागत किया जाएगा। शोभायात्रा में आकर्षक झांकियां सजाई जाएंगी। शोभायात्रा के समापन के बाद कार्यक्रम होगा। समाज के पांचवीं, आठवीं, दसवीं, बारहवीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया जाएगा। इसके अलावा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष स्थान पाने वाले समाजजनों का भी सम्मान होगा।

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बुंदेलखंड के महाकाल धाम में विराजे हैं नागचंद्रेश्वर

सागर. नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर के जो दर्शन करना चाहते हैं और उज्जैन नहीं जा पा रहे है। इस कामना को सागर के पास महाकाल धाम खैजरा पहुंचकर पूर्ण कर सकते हैं। 25 किमी दूर झांसी रोड पर बांदरी के पास खेजरादरवार महाकाल मंदिर में भगवान नागचंद्रेश्वर विराजमान हैं। उज्जैन की प्रतिकृति के रूप में यहां 7 जुलाई 2024 में पुष्य नक्षत के दिन भगवान नागचंद्रेश्वर की प्रण प्रतिष्ठा की गई थी। इस साल भी मंदिर में भक्तों के लिये भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन हो सकेंगे। नागपंचमी की पूर्व संध्या 28 जुलाई को भगवान नागचंद्रेश्वर के मंदिर के पट रात्रि 12 बजे खुल जाएंगे। मंदिर के पट नागपंचमी पर 29 जुलाई को रात्रि 12 बजे तक दर्शन के लिए खुले रहेंगे। पंडित हिमांशु तिवारी ने बताया कि भगवान नागचंद्रेश्वर की दर्शन मात्र से कालसर्प दोष, पिर्तदोष , दैहिक देवीक सहित कई प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है। इस साल नागपंचमी श्रावण शुक्ल पक्ष पंचमी के दिन मंदिर खुलेगा।