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स्मार्ट कैमरों से चालान काटने पर फोकस, इनसे बाजारों की अव्यवस्था सुधारें तो मिले राहत

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के हर चौक-चौराहे और मुख्य बाजारों में हाई डेफिनिशन कैमरे लगाए गए हैं। इनका उद्देश्य तो शहर की हर प्रकार की अव्यवस्था को सुधारने का था, लेकिन

2 min read

सागर

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Madan Tiwari

Jun 19, 2025

हर दिन औसत 666 वाहनों के काटे जा रहे चालान, आपराधिक वारदातों में भी पुलिस को मिल सकती है मदद

सागर. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के हर चौक-चौराहे और मुख्य बाजारों में हाई डेफिनिशन कैमरे लगाए गए हैं। इनका उद्देश्य तो शहर की हर प्रकार की अव्यवस्था को सुधारने का था, लेकिन लंबे समय से इन कैमरों का उपयोग केवल वाहन चालकों के चालान काटने को लेकर किया जा रहा है, जबकि यदि स्मार्ट सिटी, नगर निगम व पुलिस समन्वय के साथ काम करे तो इन कैमरों के माध्यम से शहर के बाजारों में फैली अव्यवस्था को सुधारने के साथ आपराधिक मामलों की तह तक पहुंचने में भी मदद मिल सकती है। ऐसा करने से आमजन को भी राहत मिलेगी।

- हर माह औसत 20 हजार चालान कट रहे

स्मार्ट सिटी से मिली जानकारी के अनुसार कैमरों की मदद से यातायात नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालकों के चालान काटे जाते हैं। इसमें एक माह में औसतन 20 हजार चालान काटे जाते हैं, यानी हर रोज का आंकड़ा निकालें तो अकेले शहर में 666 वाहनों के चालान कैमरों की मदद से ऑनलाइन उनके घर पहुंच रहे हैं। इसमें सबसे कम चालान की राशि 300 रुपए होती है, इस हिसाब देखें तो हर माह वाहन चालकों पर 60 लाख रुपए जुर्माना लगाया जा रहा है।

- चालान काटने में भी लापरवाही

स्मार्ट सिटी के एसी कार्यालय में बैठकर चालान काटने वाले कर्मचारी लापरवाही भी बरत रहे हैं। हालाही में एक मामला सामने आया था, जिसमें वाहन किसी का और चालान किसी दूसरे व्यक्ति का काट दिया गया था। ई-चालान में गलतियां करने का यह पहला मामला नहीं था, इसके पहले भी ऐसे कई चौकाने वाले मामले सामने आ चुके हैं। कार चालक का चालान हेलमेट न पहनने का किया था, तो वहीं कई वाहन चालकों को चौराहे पर रेड सिग्नल के दौरान लेफ्ट टर्न लेने पर भी चालान भेजे गए।

- आरोपियों की ट्रैकिंग आसान

शहर में हर रोज चोरियां हो रहीं हैं, लेकिन लंबे समय से किसी बड़ी चोरी का खुलासा नहीं हो सका है। इसके अलावा कटरबाजी, बदमाशी के साथ फायरिंग जैसी घटनाएं हो रहीं हैं। यदि पुलिस व स्मार्ट सिटी समन्वय के साथ काम करें तो आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त इन आरोपियों की ट्रैकिंग आसानी से की जा सकती है।

- फैक्ट फाइल

4.5 लाख शहर की आबादी

05 पुलिस थाने शहर में

08 आपराधिक मामले औसत हर रोज

666 चालान रोज कैमरों से कट रहे

60 लाख रुपए आ रहा चालान से जुर्माना

- पुलिस भी सहयोग लेती है

स्मार्ट सिटी के कैमरों से चालान काटने के अलावा आपराधिक मामलोंं की पड़ताल करने पुलिस भी सहयोग लेती है। कटरा सहित शहर के अन्य मुख्य बाजारों में फैली अव्यवस्था को सुधारने के लिए भी इन कैमरों की मदद ली जाएगी।

राजकुमार खत्री, आयुक्त, नगर निगम सह सीइओ स्मार्ट सिटी