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किसानों ने तहसील परिसर में रामधुन गाकर किया प्रदर्शन, अतिवृष्टि और बाढ़ से खराब हुई फसलों का शीघ्र कराया जाए सर्वे

मांगों को लेकर नायब तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन, वर्ष 2021 की बीमा राशि भी दिलाने की मांग

Farmers demonstrated by singing Ramdhun in the tehsil premises, a survey of crops damaged by excessive rain and floods should be conducted soon
रामधुन गाकर प्रदर्शन करते हुए किसान

बीना. लगातार बारिश के कारण इस वर्ष खरीफ फसल खराब हो गई है। मौसम साफ न होने से फसल छोटी है और नदियों के पास की फसल बाढ़ आने से खराब हो गई, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हुआ है। फसलों के सर्वे की मांग को लेकर किसानों ने शुक्रवार की दोपहर तहसील परिसर में प्रदर्शन किया और राज्यपाल, कलेक्टर के नाम नायब तहसीलदार हेमराज मेहर को ज्ञापन सौंपा।
तहसील में दोपहर 12 बजे किसान नेता इंदर सिंह के नेतृत्व में करीब सौ किसान एकत्रित हुए थे। किसानों ने अधिकारियों और सरकार को सद्बुद्धि देने रामधुन गाई। किसान नेता इंदर सिंह ने कहा कि बेतवा, बीना सहित अन्य छोटी नदियों के किनारे बाढ़ से फसलें खराब हो गई हैं और अतिवृष्टि से पूरे क्षेत्र की उड़द, सोयाबीन, मक्का सहित अन्य फसल प्रभावित हैं। फसलें छोटी रह गई हैं, जिसमें फूल, फलिया बहुत कम आएंगे, जिससे किसानों की लागत भी नहीं निकल पाएगी। सभी फसलों का जल्द से जल्द सर्वे शुरू कराया जाए, जिससे किसानों को मुआवजा मिल सके। साथ ही जिन घरों में पानी भरा है या गिरे हैं, उनका भी सर्वे कराकर मुआवजा दिया जाए। यदि शीघ्र ही मांगों पर सुनवाई नहीं हुई, तो सर्वोदय चौराहे पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। तहसील में करीब दो घंटे तक किसानों का प्रदर्शन चला। प्रदर्शन करने वालों में मुन्ना सिंह, प्रहलाद सिंह, सीताराम, वीरेन्द्र सिंह, शिवकुमार, रमेश, इन्द्रभुवन, सुनील ठाकुर, रामसिंह, चतुर्भज, भैयालाल, मुलायम आदि शामिल हैं।

बैंक किसानों को न करें परेशान
ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि निजी या सरकारी बैंक किसानों को लोन जमा करने के लिए परेशान न करें। क्योंकि किसानों की आर्थिक स्थिति खराब है। साथ ही रबी फसल के लिए डीएपी खाद, अच्छी किस्म का बीज उपलब्ध कराया जाए।

2021 की नहीं आई बीमा राशि
किसानों ने कहा कि वर्ष 2021 की ओलावृष्टि, अतिवृष्टि और बाढ़ से नष्ट हुई फसलों का बीमा अभी तक नहीं आया है, जो किसान शीघ्र दिलाने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि प्रीमियम राशि तो हर वर्ष काट ली जाती है, लेकिन नुकसान होने पर बीमा नहीं मिलता है।

विधायक पर भी लगाए आरोप
किसान नेता ने कहा कि निर्मला सप्रे को कांग्रेस से विधायक बनाया था कि लोगों की मदद करेंगी, लेकिन वह खुद की मदद कर रही हैं। उन्होंने कहा था कि भाजपा में जाने से किसानों लाभ को मिलेगा। सभी को उम्मीद थी कि वह सभी का भला करेंगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। जरुरतमंदों को स्वेच्छानिधी नहीं दी है, जो सक्षम लोगों को दी जा रही है।

कराएंगे जांच
खेतों का पानी कम होने फसलों की स्थिति दिखेगी। यदि फसलों में नुकसान हुआ है, तो टीम गठित कर सर्वे कराय जाएगा।
विजय डेहरिया, एसडीएम, बीना