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परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण में परखी बच्चों की योग्यता, प्रदेश के टॉप टेन शामिल हुआ दमोह व छतरपुर जिला

. शिक्षा की गुणवत्ता के लिए हुए परख राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे की रिपोर्ट जारी हो गई है। इसमें देशभर के 782 जिलों के 88 हजार स्कूलों के कक्षा 3, 6 व 9 के लगभग 23 लाख विद्यार्थियों ने भाग लिया था। प्रत्येक जिले के सरकारी, सरकारी अनुदान प्राप्त और निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे।

सागर

Reshu Jain

Jun 29, 2025

parakh
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देश के 88 हजार स्कूलों के कक्षा 3, 6 व 9 के लगभग 23 लाख विद्यार्थियों ने लिया भाग

सागर. शिक्षा की गुणवत्ता के लिए हुए परख राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे की रिपोर्ट जारी हो गई है। इसमें देशभर के 782 जिलों के 88 हजार स्कूलों के कक्षा 3, 6 व 9 के लगभग 23 लाख विद्यार्थियों ने भाग लिया था। प्रत्येक जिले के सरकारी, सरकारी अनुदान प्राप्त और निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। कक्षा तीसरी के आधार पर मध्यप्रदेश में प्रथम पांच जिलों में सीधी के बाद दमोह दूसरे व छतरपुर 5 वें स्थान पर रहा, जबकि पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी व सागर जिले का औसत स्कोर राष्ट्रीय औसत की तुलना में अधिक रहा। छात्रों की तुलना में छात्राओं प्रदर्शन बेहतर रहा। शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों ने बाजी मारी। कक्षा 6 वीं में सागर 7 वें, पन्ना 8 वें, छतरपुर 12 वें एवं निवाड़ी 15 वें स्थान पर रहा। कक्षा 9 वीं के विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड में मप्र के प्रथम 5 जिलों में सीधी के बाद दमोह ने दूसरा एवं टीकमगढ़ ने चौथा स्थान प्राप्त किया। जबकि छतरपुर 6 वें, सागर 7 वें व पन्ना का स्थान 8 वें स्थान रहा। जिले के विद्यार्थियों का भाषा, गणित, विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों में संयुक्त रूप से औसत स्कोर राष्ट्रीय औसत स्कोर से अधिक रहा।

4 दिसंबर को हुआ था टेस्ट

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण टेस्ट 4 दिसंबर 2024 को हुआ था। इसमें विद्यार्थियों के भाषा, गणित, विज्ञान, पर्यावरण व सामाजिक विज्ञान आदि प्रमुख विषयों के अकादमिक स्तर का आंकलन कर तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है। शिक्षकों, अभिभावकों व स्कूल प्रशासकों से विद्यार्थियों के सीखने के स्तर में सुधार के क्षेत्रों के बारे में फीडबैक प्राप्त किया जाता है। इसके आधार पर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नीतियां और योजनाएं विकसित की जाती हैं।

3 वर्ष बाद होता है सर्वे

संभागीय संयुक्त संचालक डॉ. मनीष वर्मा ने बताया कि वर्ष 2021 के बाद यह दूसरा व्यापक सर्वे था। संभाग के सभी जिलों का बेहतर कार्य किया। विद्यार्थियों को सहायक संचालक एमके चढ़ार, मनीषा बलेक्जेंडर, एमकुमार, डॉ. आशुतोष गोस्वामी, संभागीय समन्वयक शिवेंद्र बसल, शुभम तिवारी व डॉ. महेन्द्र प्रताप तिवारी ने बधाई दी।