जिसमें व्यक्ति को बाजार दर 10 रुपए किलो का भुगतान भी किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, इस पहल की शुरुआत 12 मई को हुई और इसे एक माह भी पूरे नहीं हुए है और अब तक 3600 किलोग्राम से ज्यादा प्लास्टिक की खरीदी की जा चुकी है। इन प्लास्टिक को रिसाइकल किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति रिसाइकल किए जा सकने वाले प्लास्टिक और गत्ता की अनुपयोगी सामग्री नजदीकी निगम सेंटर में बेच सकता है। ट्रैश टू कैश पहल का उद्देश्य लोगों को रिसाइकलिंग के लिए प्रेरित करना है ताकि शहर में कचरा प्रबंधन सही हो सकें। इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को भी कम किया जा सकता है। खरीदी प्लास्टिक की वैज्ञानिक तरीके से रिसाइकलिंग की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, इस अनुपयोगी सामग्री की संकरी स्थित रिसाइक्लिंग प्लांट में वैज्ञानिक तरीके से रिसाइकलिंग की जा रही है। इसमें प्लास्टिक वेस्ट को प्रोसेस कर पुनः उपयोग के लिए ग्रेनुल्स में बदला जा रहा है। इससे किसी भी तरह के दोबारा प्लास्टिक उत्पाद बनाए जा सकते हैं। साथ ही गत्ते को भी रिसाइकल कर पुनः उपयोग के लिए बदला जा रहा है। प्लास्टिक वेस्ट से फाइबर व दाना बनाया जा रहा है। जिसे दूसरी कंपनी को दे जा रही है। जिससे कई तरह की चीजें मार्केट में बनाई जाती है।
राजधानी में प्लास्टिक कचरों की खरीदी के लिए चार ट्रांसफर सेंटर बनाए गए है। इनमें रिंग रोड नंबर 2 बेस्ट प्राइज के पास, हाट बाजार के पास क्रिस्टल आर्केट के सामने, धरना स्थल बुढेश्वर मंदिर बुढ़ापारा के पास, भैरव नगर गोकुल नगर, हीरापुर जरवाय में गोधन केंद्र के पास, दलदल सिवनी साइंस सेंटर के पीछे, पुरैना में परशुराम नगर रोड के पीछे सीएसपीडीसीएल ऑफिस के पास, देवपुरी में पानी टंकी के पास बनाए गए हैं, जहां प्लास्टिक वेस्ट को बेचा जा सकता है।
Published on:
05 Jun 2025 06:42 pm