CG News: विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए राजधानी के युवाओं को एक और नया रीडिंग जोन मिलने जा रहा है। इसे बनने में आठ से दस महीने का समय लगेगा। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी और साइंस कॉलेज के करीब नालंदा परिसर जैसे ही कैम्पस में दो ऑक्सी रीडिंग जोन और एक सेंट्रल लाइब्रेरी में पढ़ाई की सुविधा सैकड़ों युवाओं को मिलने लगेगी। प्रशासन ने नए रीडिंग जोन निर्माण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए 22 करोड़ 84 लाख रुपए की मंजूरी मिल गई है।
राजधानी की प्रमुख जीई रोड का यह सेक्टर एजुकेशन हब का स्वरूप ले रहा है। जहां एनआईटी जैसा कैम्पस ऑक्सी रीडिंग जोन के करीब है। इसके साथ ही आयुर्वेदिक कॉलेज, साइंस कॉलेज और पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय है। विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ ही राज्य और सेंट्रल स्तर पर होने वाली विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए सर्वसुविधायुक्त एक पूरा कैम्पस विकसित किया जा रहा है। जहां हमेशा पढ़ाई का ही माहौल रहेगा। इससे हजारों प्रतिभागियों को विभिन्न परीक्षाओं की तैयारियां करने की सुविधा होगी। इसके साथ ही खानपान के लिए भी एक अलग कैम्पस तैयार किया गया है।
राजधानी के इस एजुकेशन हब कैम्पस में दूसरे रीडिंग जोन के लिए करीब 8 साल इंतजार करना पड़ा। पहला सेंटर 1000 सीटर का 2017 में संचालित हुआ है, जहां हर साल वेटिंग सूची बढ़ती ही गई। इस समय करीब 700 युवा चाहते हैं कि उन्हें परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए ऑक्सी रीडिंग जोन में जगह मिले, लेकिन सीटें नहीं होने से उनका पंजीयन नहीं हो पाता है।
इस कमी के दूर करने के लिए तब जाकर एक नए सेंटर का निर्माण कराने का रास्ता साफ हो गया है। बजट मिलने के साथ निर्माण कराने का सर्वे भी हो गया। इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग ने एजेंसी तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
नगरीय प्रशासन संचालनालय में मुख्य अभियंता राजेश शर्मा के अनुसार ऑक्सी रीडिंग जोन परिसर में 1000 सीटर सेंट्रल लाइब्रेरी-सहरीडिंग जोन का निर्माण कराने के लिए 22.84 करोड़ रुपए की स्वीकृति राज्य शासन ने दी है। इसके साथ ही टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। एजेंसी तय होने के साथ ही तेजी से निर्माण शुरू होगा। ये काम पूरा होने पर एक हजार युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए सुविधा होगी। वेटिंग सूची भी समाप्त हो जाएगी।
Published on:
03 Aug 2025 09:51 am