CG News: कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय प्रबंधन से भर्ती विज्ञापन विवाद को लेकर अतिथि शिक्षक लामबंद हो गए हैं। उनका कहना है कि पिछले 9 साल से पढ़ाने के बाद भी जारी विज्ञापन में उनके पदों को रिक्त बताकर आवेदन मंगाए गए हैं।
शिक्षकों का आरोप है कि प्रबंधन द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के नियमों को अनदेखा किया गया है। सोमवार को कुलपति से मुलाकात करके 6 सूत्रीय मांगें रखीं। उनके अनुसार, विश्वविद्यालय में बीते 9 वर्षों से पढ़ा रहे है, लेकिन प्रबंधन द्वारा जारी विज्ञापन में उनकी मौजूदगी को अनदेखा कर दिया गया है। अतिथि शिक्षकों ने पढ़ाना भी बंद कर दिया है जिसके कारण छात्र-छात्राओं को भी दिक्कत हो रही है।
शिक्षकों के क्लास नहीं लेने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस बीच विवि प्रबंधन ने परिस्थितियों को देखते हुए नियमित प्रोफेसरों को जिमेदारी संभालने को कहा है। छात्रों की संया ज्यादा होने से प्रोफेसर भी समय पर क्लास नहीं ले पा रहे। सबसे ज्यादा परेशानी में प्रथम सेमेस्टर के छात्र हैं।
अतिथि शिक्षकों के अनुसार, वो वर्तमान में विश्वविद्यालय में पढ़ा रहे हैं। इसके बीच में ही विवि प्रबंधन ने विज्ञापन निकाल दिया। वर्तमान में विश्वविद्यालय में अतिथि शिक्षक ज्यादा हैं, इसके बाद भी विज्ञापन में पदों की संया कम दिखाई गई है। साथ ही वर्तमान में पोस्टेड अतिथि शिक्षकों के पद को रिक्त बताया गया है। उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग की अतिथि शिक्षक पॉलिसी प्रदेश के सभी शासकीय विश्वविद्यालय में एक साथ लागू हुई है। लेकिन कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय प्रबंधन इसे फॉलो नहीं कर रहा है।
Published on:
05 Aug 2025 10:18 am