Fraud on social media: फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया में आने वाले विज्ञापन पर भरोसा करना कई लोगों को महंगा पड़ रहा है। इससे लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। इन विज्ञापनों में शेयर ट्रेडिंग, ऑनलाइन गैंबलिंग, ऑनलाइन जॉब से लाखों की कमाई, मेट्रीमोनियल साइट आदि से जुड़ी जानकारी देते हैं। फिर इसी की आड़ में ऑनलाइन ठगी करते हैं।
रायपुर जिले में सोशल मीडिया के जरिए हर साल 500 से अधिक साइबर ठगी होती है। इसमें लोगों को लाखों की चपत लगती है। शेयर ट्रेडिंग के नाम पर साइबर ठगी करने वाले सबसे ज्यादा सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें विज्ञापन, इंटरनेट लिंक आदि भेजते हैं। इसमें दिए गए मोबाइल नंबरों पर लोग संपर्क करते हैं, तो उन्हें टेलीग्राम, वाट्सऐप ग्रुप में जोड़कर शेयर मार्केट में निवेश संबंधी मैसेज और जानकारियां देते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे उनसे अलग कंपनियों में निवेश के नाम पर पैसे जमा करवाते हैं।
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के 200 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। सोशल मीडिया में ऑनलाइन गैंबलिंग ऐप के काफी विज्ञापन दिखाए जाते हैं। सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर इन ऐप का प्रचार करते हुए कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का दावा करते हैं। इनके झांसों में आकर लोग लाखों रुपए गंवाते हैं। ऐसे लोगों की बातों में आने से बचना चाहिए।
शेयर मार्केट में भारी मुनाफा दिलाने का दावा करने वाले विज्ञापन भी ज्यादा आ रहे हैं। इनमें फर्जी ऐप के माध्यम से ट्रेंडिग में मुनाफा दिखाया जाता है। ऐसे ऐप का भी उपयोग करने से बचना चाहिए। साइबर ठग एडल्ट या अकेले रहने वाले लोगों को भी टारगेट करते हैं। इसमें एआई जनरेटेड लड़कियों के वीडियो के माध्यम से झांसा देकर ऐप डाउनलोड कराते हैं। फिर सेक्सटॉर्शन के जरिए उनसे लाखों रुपए की उगाही करते हैं। ऐसे फर्जी ऐप और एआई जनरेटेड वीडियो से सावधान रहें।
Fraud on social media: फर्जी शेयर ट्रेंडिग ऐप, लोन ऐप, डेटिंग ऐप की एपीके फाइल इंस्टाल करवाकर पर्सनल डेटा चुराते हैं। फिर उसका गलत इस्तेमाल करके ठगते हैं। इंटरनेट लिंक, एपीके फाइल डाउनलोड करवाकर मोबाइल हैक भी करते हैं। साइबर ठगी से बचने के लिए उपाय जरूरी है। कोई भी थर्ड पार्टी एपीके फाइल को इंस्टॉल न करें। मोबाइल में बैटरी परफॉरमेंस की सेटिंग को चेक करें कि कौन सा ऐप ज्यादा बैटरी और डेटा कंज्यूम कर रहा है। उसे अनइंस्टाल कर दें।
Published on:
07 Sept 2025 09:58 am