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CG News: प्रदेश की 11 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में AI की एंट्री, SabhaSaar टूल से मिनट्स होंगे ऑटोमैटिक तैयार

CG News: छत्तीसगढ़ की 11,693 ग्राम पंचायतों में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होगा। केंद्र सरकार का SabhaSaar टूल ग्रामसभा बैठकों के ऑडियो-वीडियो से मिनट्स ऑटोमैटिक तैयार करेगा।

पंचायतों में AI की एंट्री (Photo source- Patrika)
पंचायतों में AI की एंट्री (Photo source- Patrika)

CG News: राहुल जैन/छत्तीसगढ़ के करीब 11 हजार 693 ग्राम पंचायतों में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (एआई ) का उपयोग होगा। इसके लिए केंद्र सरकार (SabhaSaar) सभासार उपकरण (टूल) तैयार किया गया है। इनका उपयोग ग्राम पंचायतों में होने वाली ग्राम सभा की बैठकों में किया जाएगा। ऑडियो और वीडियो का उपयोग कर इस टूल के जरिए ग्रामसभा की बैठक का विवरण (मिनट्स) तैयार होगा।

CG News: ये एआई आधारित ग्राम पंचायत

इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि ग्राम सभा की बैठक की जानकारी भी पारदर्शी होगी। हालांकि छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचलों में नेटवर्क की परेशानी भी आ सकती है। केंद्र सरकार ने 15 अगस्त को होने वाले ग्राम सभा में इस टूल के उपयोग करने को कहा था। तकनीकी दिक्कतों की वजह से इसका काम थोड़ा प्रभावित हुआ था।

केंद्र सरकार ने ग्राम पंचायतों की बैठक विवरण (मिनट्स) तैयार करने के लिए सभासार उपकरण बनाया है। ये एआई आधारित है। यह ग्राम सभा या अन्य पंचायत बैठकों की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग से इन बैठकों की मुख्य बिंदुओं व निर्णयों को स्वचालित रूप से तैयार करने के लिए विकसित किया गया है।

सभासार का यह है फायदा

सभासार एक ऐसी पहल है जो सहभागी लोकतंत्र को और मज़बूत करने तथा स्थानीय शासन में दक्षता बढ़ाने के लिए डिजिटल नवाचारों का उपयोग करती है। मैन्युअल दस्तावेज़ीकरण में लगने वाले समय और प्रयास को उल्लेखनीय रूप से कम करती है। सभासार पारदर्शिता और जवाबदेही तय करते हुए पंचायत अधिकारियों को शासन और सेवा वितरण पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाता है।

13 भाषाओं में काम करता है सभासार

CG News: सभासार एआई का उपयोग करके मौखिक चर्चाओं को लिपिबद्ध करता है। प्रमुख निर्णयों और कार्य-बिंदुओं की पहचान करता है और सुव्यवस्थित बैठक विवरण तैयार करता है। यह उपकरण वर्तमान में 13 भारतीय भाषाओं में काम करता है, जिससे सभी भाषाई पृष्ठभूमि वाले पंचायत पदाधिकारियों के लिए समावेशिता और पहुंच होती है। भविष्य में अन्य भाषाओं की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी।

प्रियंका महोबिया, संचालक, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग: ग्राम पंचायतों में सभासार टूल का उपयोग किया जाएगा। इस संबंध में सभी को निर्देश जारी किए गए हैं। इस टूल के संचालन के लिए भी गाइडलाइन दी जाएगी।