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PM Modi in Raipur: बस्तर में डर का नहीं बल्कि जश्न का माहौल पीएम बोले-गारंटी देता हूं हिंदुस्तान का हर कोना माओवाद मुक्त होगा

PM Modi in Raipur: छत्तीसगढ़ का विकसित होना बहुत जरूरी है। मैं छत्तीसगढ़ के युवाओं से कहूंगा कि यह आपका समय है। ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है जिसे आप हासिल नहीं कर सकते।

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PM Modi in Raipur: बस्तर में डर का नहीं बल्कि जश्न का माहौल पीएम बोले-गारंटी देता हूं हिंदुस्तान का हर कोना माओवाद मुक्त होगा

PM Modi in Raipur: प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ी में भाषण की शुरुआत की। मोदी ने कहा कि जम्मो भाई-बहनी, लइका, सियान मन ल हाथ जोड़ के जय जोहर। इस दौरान मोदी ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ नक्सलवाद के आतंक से मुक्त हो रहा है। लाल झंडे की जगह शान से तिरंगा लहरा रहा है। कुछ लोग संविधान की किताब हाथ में रखकर दिखावा करते हैं। सामाजिक न्याय के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाते हैं। उन्होंने दशकों तक आपके साथ अन्याय किया।

मोदी ने कहा कि आज बस्तर जैसे इलाके में डर का नहीं बल्कि जश्न का माहौल है। वहां बस्तर पण्डुम और बस्तर ओलिम्पिक जैसे आयोजन हो रहे हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि जब हम नक्सलवाद जैसी चुनौती के साथ पिछले 25 वर्षों में इतना आगे बढ़े हैं, तो इस चुनौती से निपटने के बाद हमारी गति कितनी तेज हो जाएगी।

मोदी ने कहा कि आने वाला साल छत्तीसगढ़ के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हमें विकसित भारत बनाना है, इसके लिए छत्तीसगढ़ का विकसित होना बहुत जरूरी है। मैं छत्तीसगढ़ के युवाओं से कहूंगा कि यह आपका समय है। ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है जिसे आप हासिल नहीं कर सकते।

मोदी ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मोदी की गारंटी है कि मोदी हर कदम, हर संकल्प के साथ खड़े हैं। हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाएंगे और देश को आगे बढ़ाएंगे।

मोदी बोले- गारंटी देता हूं हिंदुस्तान का हर कोना माओवाद मुक्त होगा

मोदी ने कहा कि मैं देशवासियों को गारंटी देता हूं कि वह दिन दूर नहीं जब हमारा छत्तीसगढ़, हमारा हिंदुस्तान, इस हिंदुस्तान का हर कोना माओवादी आतंक से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा।

मोदी ने कहा कि यहां छत्तीसगढ़ के जो साथी हिंसा के रास्ते पर निकल पड़े थे, वह तेजी से हथियार डाल रहे हैं। कुछ दिन पहले कांकेर में 20 से अधिक नक्सली मुख्य धारा में लौट आए हैं।

इससे पहले 17 अक्टूबर को बस्तर में 200 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। बीते कुछ महीनों में ही देशभर में माओवादी आतंक से जुड़े दर्जनों लोगों ने हथियार डाल दिए हैं। इनमें से बहुत लोगों पर लाखों करोड़ों रुपए का इनाम हुआ करता था।