इसमें यूनिवर्सिटी के साथ ही नेशनल फॉरेंसिक लैब परिसर होगा। साथ ही स्टेट फॉरेंसिक लैब का भी काम होगा। फिलहाल एनआरडीए से जमीन लेने के बाद रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसका शिलान्यास किया था।
फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय लगभग 40 एकड़ में तैयार होगा। इसमें करीब 400 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यूनिवर्सिटी के साथ नेशनल लैब होने से आसपास के राज्यों से भी कई प्रकार की जांच संबंधी मामले आएंगे। साथ ही फॉरेंसिक साइंस की पढ़ाई में युवाओं की रुचि बढ़ेगी।
वर्तमान स्टेट फॉरेंसिक साइंस लैब में कई प्रकार की सुविधाओं की कमी है। इसके चलते जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिल पाती है। वाइस सैंपल, डिजिटल साक्ष्य आदि की जांच की पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं।
साथ ही कर्मचारियों की भारी कमी है। इसके चलते जांच संबंधी काम प्रभावित होते हैं। हालांकि डीएनए जांच जैसी सुविधाएं होने से कई मामलों में काफी राहत मिली है। खासकर पुलिस वालों को डीएनए रिपोर्ट जल्दी मिल जा रही है।
Published on:
03 Aug 2025 12:06 am