बिहार के मनेर विधानसभा क्षेत्र में तैनात पंचायत सचिव को धमका कर 'जूते से मारने' की बात करने वाले वायरल ऑडियो के बाद एमएलए भाई वीरेंद्र से गुरुवार को एक कार्यकर्ता मिलने पहुंचा। वह उन्हें जूता गिफ्ट करने आया था। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में भाई वीरेंद्र कह रहे हैं कि उनकी स्लिप ऑफ टंग से राजद के पदाधिकारी उत्साहित हो गए हैं। उनके मुताबिक बिहार में प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक अफसरों की तानाशाही चल रही है।
भाई वीरेंद्र ने कहा कि प्रखंड स्तर, अनुमंडल स्तर, जिला स्तर… हर व्यक्ति अफसरों के रवैये से परेशान है। जनता जूता गिफ्ट कर मैसेज देना चाहती है। केस दर्ज होने के सवाल पर कहा कि उन्हें किसी से डर नहीं लगता। उन्होंने कोई जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। उनका मकसद किसी को बेइज्जत करने का नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह जनता की भलाई के लिए काम कर रहे हैं और चपरासी से लेकर डीएम तक को फोन करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सरकार उन्हें टार्गेट कर रही है क्योंकि वह खरी बात कहते हैं। लेकिन कोई कितना भी टार्गेट करे, वह डरने वाले नहीं हैं।
जूता भेंट करने आए कार्यकर्ता ने बताया कि विधायक को तो पता नहीं था कि पंचायत सचिव की जाति क्या है। वीडियो सुनने के बाद वह उनके प्रशंसक हो गए, इसलिए सीतामढ़ी से चलकर जूता गिफ्ट करने आए। उनकी दादी का मृत्यु प्रमाण पत्र आज तक नहीं बन पाया। इस कारण उनकी जमीन का केस लटका हुआ है। सीतामढ़ी से और भी लोग आ रहे हैं, जो विधायक को 500 जूते गिफ्ट करेंगे।
एमएलए ने कहा कि जूता उन अफसरों के लिए संदेश है जो जनता से घूसखोरी करते हैं, काम नहीं करते हैं। भाई वीरेंद्र ने कहा कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का परचम लहराएगा और राजद-कांग्रेस की सरकार बनेगी।
Updated on:
01 Aug 2025 11:11 am
Published on:
31 Jul 2025 05:04 pm