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बिहार चुनाव 2025: असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- जब 3% वाला डिप्टी सीएम बन सकता तो 17% वाला मुख्यमंत्री क्यों नहीं?

बिहार चुनाव 2025: बिहार के गोपालगंज में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर तीन फीसदी वाला उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो 17 फीसदी वाला मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता है?

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गोपालगंज की सभा में बोलते असदुद्दीन ओवैसी। फोटो- पत्रिका

बिहार चुनाव 2025: वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम घोषित करने पर एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि तीन फीसदी वाले जब उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं तो 17 फीसदी वाले मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकते? गोपालगंज के उचकागांव प्रखंड के छोटका सांखे पंचायत के सरकार भवन परिसर में मंगलवार को आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने ये बाते कही। वे गोपालगंज विधानसभा सीट पर खड़े अपने पार्टी प्रत्याशी अनस सलाम के समर्थन में वोट मांगने पहुंचे थे। ओवैसी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि आरएसएस का कोई भी सदस्य आजादी की लड़ाई में न तो अपनी जान दी और न ही कोई जेल गया। देश को आजाद कराने में उनकी कोई भी भूमिका नहीं है।

महागठबंधन और एनडीए पर कसा तंज

ओवैसी ने महागठबंधन और एनडीए पर तंज कसते हुए कहा कि दशकों से मुसलमानों के वोट का इस्तेमाल सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए किया गया है। लेकिन, अब मुसलमान किसी के झांसे में नहीं आने वाले हैं। क्योंकि सत्ता मिलने के बाद ये सभी लोग मुसलमानों की उपेक्षा करते हैं। अब हम किसी की सीढ़ी नहीं बनेंगे। आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे और अपना हक खुद लेंगे।

3% वाला डिप्टी सीएम तो 17% वाला मुख्यमंत्री क्यों नहीं?

ओवैसी ने लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए कहा कि 15 साल जंगलराज पार्ट-1 था, जबकि मौजूदा एनडीए सरकार जंगलराज पार्ट-2 है। ये दोनों ने मुसलमानों को अपना वोट बैंक बनाकर सिर्फ सत्ता का सुख भोगा। 2025 के विधानसभा चुनाव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस चुनाव में एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया है। प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास’की यही हकीकत है। महागठबंधन पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा कि तीन फीसदी वाले मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम घोषित किया जाता है। तो फिर 17 फीसदी वाला मुख्यमंत्री बनने का सपना क्यों नहीं देख सकता? 17 फीसदी वाले मुसलमान अपने ही वोट से किसी और को मुख्यमंत्री बना सकते हैं तो खुद क्यों नहीं बन सकते हैं।