बिहार में इसी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को आशा और ममता कार्यकर्ताओं के लिए प्रोत्साहन राशि में बड़ी बढ़ोतरी का ऐलान किया। अब आशा कार्यकर्ताओं को पहले की 1000 रुपये महीने की जगह 3000 रुपये महीना प्रोत्साहन राशि मिलेगी। वहीं ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपये की जगह 600 रुपये दिए जाएंगे।
सरकार के इस फैसले को ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवंबर 2005 में सरकार के गठन के बाद से हमने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए व्यापक स्तर पर काम किया है। आशा और ममता कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है। उनके योगदान को सम्मान देते हुए यह निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को अब 3000 रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी, जो पहले 1000 रुपये थी। इसी तरह ममता कार्यकर्ताओं को प्रत्येक प्रसव के लिए 600 रुपये दिए जाएंगे, जो पहले 300 रुपये था। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा और ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी।
इससे पहले 26 जुलाई को सरकार ने पत्रकारों के लिए 'बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना' के तहत मासिक पेंशन में भी वृद्धि की थी। अब पात्र पत्रकारों को 6000 के बजाय 15000 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी। इसके अलावा, जिन पत्रकारों को यह पेंशन मिल रही थी और जिनकी मृत्यु हो चुकी है, उनकी पत्नी को अब आजीवन 1000 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी। पहले यह रकम 3000 रुपयये थी, जिसे अब घटाकर 1000 रुपये किया गया है।
Published on:
30 Jul 2025 01:08 pm