5 अगस्त 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

आपकी बात : मंदिरों में भगदड़ न हो, इसके लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं। प्रस्तुत हैं पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं

जयपुर

Neeru Yadav

Jul 29, 2025

सुरक्षा की उचित व्यवस्था हो
मंदिरों में भगदड़ न हो इसके लिए पुलिस, प्रशासन, मंदिर प्रशासन को भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों को अपनाने के हरसंभव प्रयास करने होंगे। बेरिकेड्स का उपयोग भीड़ नियंत्रण के लिए करें। सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, मंदिरों के प्रवेश द्वारों और निकास द्वारों को व्यवस्थित करने तथा आपातकालीन द्वारों को खोलने की सुविधा, अग्निशामक यंत्रों की उचित व्यवस्था आवश्यक है। सावधानी ही एकमात्र उपाय है, उसके लिए जनता को भी संकल्प लेना जरूरी है। - शिवजी लाल मीना, जयपुर

प्रवेश व निकास द्वार अलग हों
त्योहारों में मंदिरों में भारी भीड़ जुटती है। इस समय
प्रशासन को प्रवेश और निकास मार्ग अलग करने चाहिए ताकि भगदड़ से बचा जा सके। स्वयंसेवकों और सीसीटीवी कैमरों की तैनाती से स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। भक्तों को भीड़ में अनुशासन बनाए रखना चाहिए और धैर्य नहीं खोना चाहिए। - नंदिनी शर्मा, अहमदाबाद

दिशानिर्देश बोर्ड लगाने चाहिए
बड़ी भीड़ वाले आयोजनों में मेडिकल टीम और आपातकालीन निकास की व्यवस्था जरूरी है।
स्थानीय प्रशासन, मंदिर समिति और पुलिस को सामूहिक योजना बनानी चाहिए। मंदिर प्रशासन को श्रद्धालुओं के लिए रूटमैप और दिशा-निर्देश बोर्ड लगाने चाहिए। - ओमप्रकाश पंवार, इंदौर