शिवगंज. क्षेत्र में एक बार फिर लपी वायरस के लक्षणों ने पशुपालकों की चिंता बढ़ा दी है। शिवगंज क्षेत्र में गोवंश में लपी रोग के लक्षण दिखाई देने लगे हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। हैरानी की बात यह है कि महज 15 दिन पहले ही पूरे क्षेत्र में वैक्सीनेशन अभियान पूरा किया था, बावजूद इसके लपी के लक्षण नजर आने लगे हैं।
इधर, शिवगंज क्षेत्र के गांवों में गोवंश में लपी के लक्षण नजर आ रहे हैं। जबकि पशुपालन विभाग के अधिकारी अभी तक लपी संक्रमण से इनकार कर रहे हैं। ऐसे में पशुपालक चिंतिंत है,
एनिमल हेल्प रेस्क्यू टीम के संचालक महिपाल रावल ने पहले ही लक्षणों की ओर इशारा करते हुए विभाग को चेताया था, लेकिन इसे ‘पुराने केस’ बताकर नजरअंदाज कर दिया। गोसेवक मंगल कुमार मीणा ने भी आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन बीमारी को लेकर गंभीर नहीं है, जिसके चलते अब शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में डर का माहौल है। चिकित्सक इसे गंभीरता से लें ताकि कोई पशुहानि नहीं हों।
हालांकि पशु चिकित्सा विभाग ने संक्रमित पशुओं को घर में आइसोलेट करने की सलाह दी है, लेकिन सवाल उठता है कि क्या यह उपाय पर्याप्त है। जब लक्षण दिखाई देने लगे है तो एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में लपी के लक्षण नजर आने से पशुपालकों में ग़ुस्सा और असमंजस की स्थिति है। कई लोगों का कहना है कि विभागीय लापरवाही और कमजोर निगरानी व्यवस्था के चलते गोवंश फिर इस बीमारी की चपेट में न आ जाए।
वैसे लपी वायरस के लिए अभी कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं हैं। उसकी सिमिलर गोटपॉक्स वैक्सीन लगाई जाती है। वैक्सीनेशन का कार्य पूरा हो गया है। लपी की जानकारी मिलने के बाद शिवगंज में सर्वे करवाया गया है। यहां कोई पशु इससे ग्रसित नहीं मिला हैं। गांवों के सर्वे के लिए आदेश मिले है, शीघ्र सर्वे करवाया जाएगा।
डॉ शिवलाल नोगिया, वरिष्ठ पशु चिकित्सक, शिवगंज
Published on:
05 Aug 2025 04:31 pm