संसद भवन से चुनाव आयोग मुख्यालय तक संसद मार्ग पर सांसदों-नेताओं की रेलमपेल, हाथों में वोट बचाओ, भारत बचाओ जैसे लिखे नारों की तख्तियां और जोश से लबरेज नारों की गूंज। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) और कथित वोट चोरी के खिलाफ इंडिया ब्लॉक ने एकजुटता के साथ पैदल मार्च निकाल प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को चुनाव आयोग में प्रवेश करने से रोक दिया। वहीं पुलिस ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, एनसीपी (शरद) प्रमुख शरद पवार, प्रियंका गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत सांसदों को हिरासत में ले लिया। बाद में सभी को रिहा कर दिया गया।
दरअसल, बिहार में एसआइआर के बीच राहुल गांधी ने कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट पर वोट चोरी का दावा किया। इसके बाद इंडिया ब्लॉक ने एकजुटता दिखाते हुए पहले संसद परिसर के मकर द्वार पर प्रदर्शन किया, फिर राष्ट्रगान गाकर संसद मार्ग पर पैदल मार्च शुरू किया। इसमें विपक्षी दलों के करीब 300 से अधिक सांसद शामिल हुए। दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारी सांसदों को रोकने की कोशिश की, पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बैरिकेडिंग फांदकर दूसरी ओर चले गए। वहीं प्रियंका गांधी, डिंपल यादव समेत अन्य सांसद सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। सभी सांसदों को चुनाव आयोग से मिलने की मांग के चलते पुलिस ने हिरासत में लेकर बस में बिठा दिया। उन्हें संसद पुलिस थाने में करीब दो घंटे तक हिरासत में रखा।
इंडिया ब्लॉक से अलग होने के बावजूद आम आदमी पार्टी के सांसद इस प्रदर्शन में खुलकर शामिल हुए। सांसद संजय सिंह पैदल मार्च में आगे नारे लगाते नजर आए।
इस अवसर पर राहुल ने कहा कि वोट चोरी की सच्चाई देश के सामने है। यह लड़ाई राजनीतिक नहीं है, यह संविधान को बचाने की लड़ाई है। 'एक व्यक्ति, एक वोट' की लड़ाई है। एकजुट विपक्ष और देश का हर मतदाता साफ-सुथरी वोटर लिस्ट की मांग करता है। ये हक हम हर हाल में लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि वोट चोरों को सावधान हो जाना चाहिए, अब हिंदुस्तान जाग गया है। इंडिया ब्लॉक और देश का मतदाता अब अपना वोट चोरी नहीं होने देगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र को पूरी तरह से खत्म कर रही है। आज जब विपक्षी सांसद चुनाव आयोग के पास जा रहे थे, तब उन्हें रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि ये वीवीआइपी लोगों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन है। चुनाव आयोग के सिर्फ 30 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल की मंजूरी पर खरगे ने कहा कि चुनाव आयोग चीजों को अलग तरीके से संभाल सकता था। सभी गठबंधन दलों से 30 सांसदों को चुनना संभव नहीं है।
बैरिकेडिंग फांदने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हम वोट बचाने के लिए बैरिकेड फांद रहे हैं। जिन लोगों ने वोट काटे हैं, उनके खिलाफ चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए। 18 हजार वोटों को मतदाता सूची से हटाया था, जिनकी सूची मैंने खुद दी है। आयोग ने हलफनामा मांगा, हमने दे दिया। हर किसी को मतदान का अवसर मिलना चाहिए।
प्रदर्शन के दौरान तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा, सागरिका घोष, कांग्रेस सांसद ज्योतिमणि और संजना जाटव बैरिकेड्स पर खड़ी होकर सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगीं। इस दौरान टीएमसी की नेता मिताली बाग बेहोश होकर गिर गईं। राहुल गांधी ने आकर उन्हें संभाला और अस्पताल भिजवाया। वहीं महुआ मोइत्रा और संजना जाटव की तबीयत भी बिगड़ गई।
पिछले कई दिनों से कांग्रेस से दूरी बनाकर चल रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने मीडिया से कहा कि उनके लिए यह मुद्दा बहुत सीधा है। राहुल गांधी ने कुछ गंभीर सवाल उठाए हैं, जिनका जवाब मिलना चाहिए। चुनाव आयोग की न सिर्फ देश के प्रति जिम्मेदारी है, बल्कि उसकी अपनी भी जिम्मेदारी है कि जनता के मन में हमारे चुनावों की विश्वसनीयता को लेकर कोई संदेह न रहे।
बीजेपी ने विपक्ष के मार्च पर कड़ा प्रहार किया। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी सांसदों का आचरण अलोकतांत्रिक है। संसद में शून्यकाल और प्रश्नकाल में मुद्दे उठाए जा सकते हैं, पर उन्होंने समय व्यर्थ किया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी पर संविधान विरोधी काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग मतदाता सूची को व्यवस्थित करने की नियमित प्रक्रिया करता है, यह पहली बार नहीं हो रहा। प्रधान ने विपक्ष पर सड़क पर तमाशा करने का भी आरोप लगाया।
Updated on:
13 Aug 2025 04:58 pm
Published on:
13 Aug 2025 12:30 am