नरसिंहपुर। जिले में पेट्रोल पंपों पर बिना हेलमेट के पेट्रोल न देने की व्यवस्था लागू होती नहीं दिख रही है। कलेक्टर का आदेश बेअसर साबित होता दिख रहा है। महज कुछ चुनिंदा पंप संचालकों को छोडकऱ बाकी जगहों पर आदेश का पालन नहीं हो रहा है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति जस की तस बनी हुई है। ग्राहकों की परेशानी सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। शहर और ग्रामीण दोनों ही इलाकों में पेट्रोल पंपों पर बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। न तो मुफ्त हवा मिल रही है, न पानी और न ही शौचालय की सुविधा। उपभोक्ताओं का कहना है कि उन्हें मजबूरी में इन सुविधाओं के लिए बाहर पैसे खर्च करने पड़ते हैं, जबकि नियमों के अनुसार यह सुविधाएं पंप पर निशुल्क मिलना अनिवार्य है।
संसाधन हैं लेकिन कर्मचारी नहीं
जानकारी के अनुसार अधिकांश पंपों पर एयर कंप्रेसर, वाटर कूलर और अन्य संसाधन तो मौजूद रहते हैं। लेकिन उन्हें संचालित करने के लिए अलग से कर्मचारी नहीं होते। पंपों पर पेट्रोल-डीजल भरने के लिए पर्याप्त स्टाफ तो रहता है, पर ग्राहकों की सुविधा से जुड़ी व्यवस्थाओं को संभालने वाला कोई नहीं मिलता।
नियमों के तहत अनिवार्य सुविधाएं
नियमों के अनुसार पेट्रोल पंप संचालकों को ग्राहकों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराना अनिवार्य है। जिनमें प्रमुख रूप से पीने के पानी की सुविधा,मुफ्त हवा व टायर प्रेशर जांच,शौचालय,फ ोन कॉल करने की सुविधा, बैटरी रीचार्जिंग, वाहन की सफ ाई, ग्राहकों के बैठने की व्यवस्था आदि शामिल हैं।
नरसिंहपुर। जिले में पेट्रोल पंपों पर बिना हेलमेट के पेट्रोल न देने की व्यवस्था लागू होती नहीं दिख रही है। कलेक्टर का आदेश बेअसर साबित होता दिख रहा है। महज कुछ चुनिंदा पंप संचालकों को छोडकऱ बाकी जगहों पर आदेश का पालन नहीं हो रहा है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति जस की तस बनी हुई है। ग्राहकों की परेशानी सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। शहर और ग्रामीण दोनों ही इलाकों में पेट्रोल पंपों पर बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। न तो मुफ्त हवा मिल रही है, न पानी और न ही शौचालय की सुविधा। उपभोक्ताओं का कहना है कि उन्हें मजबूरी में इन सुविधाओं के लिए बाहर पैसे खर्च करने पड़ते हैं, जबकि नियमों के अनुसार यह सुविधाएं पंप पर निशुल्क मिलना अनिवार्य है।
संसाधन हैं लेकिन कर्मचारी नहीं
जानकारी के अनुसार अधिकांश पंपों पर एयर कंप्रेसर, वाटर कूलर और अन्य संसाधन तो मौजूद रहते हैं। लेकिन उन्हें संचालित करने के लिए अलग से कर्मचारी नहीं होते। पंपों पर पेट्रोल-डीजल भरने के लिए पर्याप्त स्टाफ तो रहता है, पर ग्राहकों की सुविधा से जुड़ी व्यवस्थाओं को संभालने वाला कोई नहीं मिलता।
नियमों के तहत अनिवार्य सुविधाएं
नियमों के अनुसार पेट्रोल पंप संचालकों को ग्राहकों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराना अनिवार्य है। जिनमें प्रमुख रूप से पीने के पानी की सुविधा,मुफ्त हवा व टायर प्रेशर जांच,शौचालय,फ ोन कॉल करने की सुविधा, बैटरी रीचार्जिंग, वाहन की सफ ाई, ग्राहकों के बैठने की व्यवस्था आदि शामिल हैं।
नरसिंहपुर। जिले में पेट्रोल पंपों पर बिना हेलमेट के पेट्रोल न देने की व्यवस्था लागू होती नहीं दिख रही है। कलेक्टर का आदेश बेअसर साबित होता दिख रहा है। महज कुछ चुनिंदा पंप संचालकों को छोडकऱ बाकी जगहों पर आदेश का पालन नहीं हो रहा है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति जस की तस बनी हुई है। ग्राहकों की परेशानी सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। शहर और ग्रामीण दोनों ही इलाकों में पेट्रोल पंपों पर बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। न तो मुफ्त हवा मिल रही है, न पानी और न ही शौचालय की सुविधा। उपभोक्ताओं का कहना है कि उन्हें मजबूरी में इन सुविधाओं के लिए बाहर पैसे खर्च करने पड़ते हैं, जबकि नियमों के अनुसार यह सुविधाएं पंप पर निशुल्क मिलना अनिवार्य है।
संसाधन हैं लेकिन कर्मचारी नहीं
जानकारी के अनुसार अधिकांश पंपों पर एयर कंप्रेसर, वाटर कूलर और अन्य संसाधन तो मौजूद रहते हैं। लेकिन उन्हें संचालित करने के लिए अलग से कर्मचारी नहीं होते। पंपों पर पेट्रोल-डीजल भरने के लिए पर्याप्त स्टाफ तो रहता है, पर ग्राहकों की सुविधा से जुड़ी व्यवस्थाओं को संभालने वाला कोई नहीं मिलता।
नियमों के तहत अनिवार्य सुविधाएं
नियमों के अनुसार पेट्रोल पंप संचालकों को ग्राहकों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराना अनिवार्य है। जिनमें प्रमुख रूप से पीने के पानी की सुविधा,मुफ्त हवा व टायर प्रेशर जांच,शौचालय,फ ोन कॉल करने की सुविधा, बैटरी रीचार्जिंग, वाहन की सफ ाई, ग्राहकों के बैठने की व्यवस्था आदि शामिल हैं।
Published on:
24 Aug 2025 04:14 pm