Andhra Pradesh अमरावती . वाईएसआरसीपी नेता बी करुणाकर रेड्डी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू पर तिरुमाला की पवित्रता को कम करने का आरोप लगाया है। नायडू ने निजी रियल एस्टेट उद्यम के भीतर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) मंदिर खोलने की अनुमति प्रदान की है।
रेड्डी ने आरोप लगाया कि भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को व्यावसायिक हितों के लिए ‘ब्रांड एंबेसडर’ के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
रेड्डी ने जी स्क्वायर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (एक निजी रियल एस्टेट उद्यम) का जिक्र करते हुए कहा कि चंद्रबाबू नायडू एक निजी उद्यम के भीतर टीटीडी मंदिर खोलने की अनुमति देकर भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को रियल एस्टेट प्रचार के लिए ब्रांड एंबेसडर के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने सवाल किया कि क्या मंदिर निकाय अन्य निजी बिल्डरों को भी इसी तरह का समर्थन देगा और मौजूदा टीडीपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर तिरुमाला के आध्यात्मिक और धार्मिक मूल्य का व्यावसायीकरण करने का आरोप लगाया।
रेड्डी ने आगे दावा किया कि एनडीए के सहयोगी (टीडीपी, भाजपा और जन सेना) तिरुमाला की पवित्रता को बनाए रखने में विफल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में शराब और मांस की बिक्री की अनुमति दी जा रही है। भक्तों पर नशीली दवाओं से संबंधित हमलों को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने मंदिर प्रशासन के भीतर प्रमुख प्रशासनिक पदों को खाली छोडऩे के लिए सरकार की भी आलोचना की।
वाईएसआरसीपी नेता ने तिरुमाला में कथित वीआईपी पक्षपात की निंदा करते हुए कहा कि आम भक्तों की उपेक्षा की जा रही है जबकि अच्छी पहुंच वाले लोगों को विशेषाधिकार दिए जा रहे हैं। उन्होंने नारा लोकेश के सहायक पर भी आरोप लगाए और दावा किया कि अनुचित पहुंच पाने के लिए वीआईपी अनुशंसा पत्रों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
रेड्डी ने केंद्र सरकार से पिछली वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा स्थापित संस्थानों को व्यवस्थित रूप से कमजोर करने की जांच करने का आह्वान किया, जिसमें कहा गया कि वर्तमान प्रशासन लोगों के हितों और श्रद्धेय धार्मिक स्थलों की पवित्रता की रक्षा के लिए बनाए गए मूल्यों और संरचनाओं को कमजोर कर रहा है।
Published on:
05 Apr 2025 06:04 pm