Delhi Crime: दिल्ली की सड़कों पर बढ़ता अपराध, खासकर चेन-स्नैचिंग और लूटपाट की घटनाएं, आम नागरिकों के लिए एक गंभीर खतरा बन चुकी हैं। चाहे हाई-सिक्योरिटी एरिया हो या आम मोहल्ला, अपराधी अब किसी को भी निशाना बना सकते हैं। इन घटनाओं से न केवल पीड़ितों का जीवन खतरे में पड़ता है, बल्कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठते हैं। दरअसल, दिल्ली देश की राजधानी और आधुनिकता-ऐतिहासिकता का अनूठा संगम होने के चलते सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाला शहर है, जो आजकल अपराध की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। यह रिपोर्ट दिल्ली में बढ़ते अपराध की सच्चाई और पुलिस की कोशिशों पर आधारित है।
बीते सोमवार की सुबह दिल्ली के हाई-सिक्योरिटी डिप्लोमैटिक एन्क्लेव में एक शर्मनाक घटना सामने आई। जहां मॉर्निंग वॉक पर निकली तमिलनाडु के मयिलादुथुराई लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद आर. सुधा से एक बेखौफ अपराधी ने झपट्टा मारकर उनकी चेन छीन ली। इस दौरान उनके कपड़े भी फट गए। उनके साथ घटनास्थल पर राज्यसभा सांसद राजाथी भी मौजूद थीं। यह घटना सोमवार सुबह लगभग सवा छह बजे पोलैंड दूतावास के पास की है। इस घटना के बाद जहां कांग्रेस सांसद भी सहम गईं, वहीं दिल्ली में सियासी पारा भी चढ़ गया। विपक्षी दलों का कहना है कि दिल्ली में अगर एक महिला सांसद सुरक्षित नहीं है तो अन्य महिलाओं की क्या गारंटी है। जबकि दिल्ली में मौजूदा सीएम भी महिला है।
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो राष्ट्रीय राजधानी में हर दो घंटे के अंदर चेन स्नेचिंग और मोबाइल लूट की एक वारदात होती है। अगर बात एक जनवरी से 30 जून तक की करें तो दिल्ली में 2503 चेन स्नेचिंग और मोबाइल लूट के मामले दर्ज किए गए। यानी 181 दिन में 2503 मामले का गणित निकालें तो हर दो घंटे पर एक घटना सामने आती है। खास बात ये है कि इस तरीके की ज्यादातर घटनाओं में किशोर और नौजवान युवकों के शामिल होने की बात सामने आ रही है।
दक्षिण पूर्वी दिल्ली के प्रहलादपुर और खोरी गांव निवासी 19 साल के साबिर और शाहिद को पुलिस ने चेन स्नेचिंग के मामले में गिरफ्तार किया। इन दोनों युवकों ने एक बुजुर्ग के गले से सोने की चेन झपट ली थी। ये दोनों युवक समय पूछने के बहाने बुजुर्ग के पास पहुंचे थे। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि दोनों युवकों ने बुजुर्ग की चेन खींची तो वह लड़खड़ाकर गिर गए। इतना ही नहीं, दोनों चेन छीनकर पहले भागे बाद में दोबारा बुजुर्ग पर हमला करने की नीयत से पहुंच गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से पांच लाख रुपये की कीमत वाली दो सोने की चेन बरामद की। प्रारंभिक छानबीन में शाहिद का पूर्व चोरी रिकॉर्ड भी मिला। अभी अन्य मामलों से उनकी जुड़ाव की जांच जारी है।
उत्तर पश्चिमी दिल्ली के अशोक विहार में 17 जून 2025 को पुलिस ने तीन किशोरों को गिरफ्तार किया। इनकी उम्र महज 16 से 17 साल थी। ये अशोक विहार क्षेत्र में फुटपाथ पर चल रहे युवक का मोबाइल छीनने का प्रयास कर रहे थे। जब पीड़ित ने विरोध किया, तब आरोपियों ने जमकर चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी। दोनों या तीनों आरोपी घटनास्थल से भाग गए लेकिन बाद में पुलिस ने तीनों नाबालिगों को गिरफ्तार किया। अपराध की वजह बच्चों की मौज‑मस्ती और बड़ी जीवनशैली की चाह बताई गई है। यह मामला इस तरह का हिंसक स्नैचिंग–प्रवृति का दुर्लभ लेकिन घातक उदाहरण है।
दिल्ली पुलिस के रजिस्टर्ड आंकड़ों पर गौर करें तो राष्ट्रीय राजधानी में पिछले दस सालों के दरम्यान चेन स्नेचिंग और लूटपाट की घटनाओं में साल दर साल कमी आई है। हालांकि तमाम मामले ऐसे होते हैं, जिनमें या तो पुलिस तक शिकायत नहीं पहुंचती है या फिर पीड़ित चुप्पी साध जाते हैं। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से पुलिस को सख्ती करना जरूरी है, क्योंकि कई बार चेन स्नेचिंग और मोबाइल लूट जैसी छोटी घटना पीड़ित की मौत का कारण भी बन जाती है। ताजा उदाहरण कांग्रेस सांसद का है, जिन्होंने सोमवार को बताया था कि उन्हें बदमाश ने झटका दिया। जिससे उनके कपड़े तक फट गए। यहां हम पिछले छह साल के आंकड़े पेश कर रहे हैं। यह तालिका दर्शाती है कि मामलों में गिरावट आई है, लेकिन अभी भी अपराध का खतरा बना हुआ है।
साल | मामले |
2020 | 10,250 |
2021 | 9,383 |
2022 | 8,387 |
2023 | 7,886 |
2024 | 6,493 |
2025 (जुलाई तक) | 3,105 |
अक्सर लोग चेन स्नैचिंग और लूटपाट को मामूली अपराध मान लेते हैं, लेकिन ये घटनाएं कभी-कभी जानलेवा साबित होती हैं। दिसंबर 2023 में उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइन्स इलाके में 66 साल के केसांग दोर्जी की दर्दनाक मौत इसी अपराध का ज्वलंत उदाहरण है। जब उनके बैग को छीनने की कोशिश हुई। उन्होंने इसका विरोध किया तो बदमाश ने उन्हें झटका दे दिया। जिससे वह गिर गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं। दो दिन बाद उनकी मौत हो गई।
इसी प्रकार, अक्टूबर 2023 में करोल बाग क्षेत्र में तीन नाबालिगों ने 38 साल के व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या कर दी, क्योंकि उसने अपनी दोस्त के फोन छीनने की कोशिश का विरोध किया था। पिछले साल सितंबर में भी एक 32 वर्षीय शख्स को फोन छीनने की कोशिश के दौरान जान गंवानी पड़ी। ये घटनाएं स्पष्ट करती हैं कि छोटी दिखने वाली चोरी कितनी खतरनाक और जानलेवा हो सकती है।
दिल्ली पुलिस ने इस बढ़ते अपराध से निपटने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे पैदल और मोबाइल गश्त दोनों को बढ़ा रहे हैं, खासकर उन इलाकों में जहां अपराध की घटनाएं अधिक होती हैं। इसके अलावा, जेल से छूटे या जमानत पर बाहर आए अपराधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस समय-समय पर चेकिंग अभियान भी चलाती है ताकि अपराधियों पर लगाम लगाई जा सके।
Updated on:
05 Aug 2025 05:21 pm
Published on:
05 Aug 2025 05:20 pm