
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और सीएम सिद्धारमैया (Photo-IANS)
कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन और मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों के बीच डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर केवल उनके और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के शब्द ही मायने रखते हैं। दूसरों के शब्द मायने नहीं रखते। डिप्टी सीएम ने यह बात कांतीरवा स्टेडियम में कन्नड़ राज्योत्सव समारोह के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा।
क्या वह और सीएम एकमत हैं के सवाल पर जवाब देते हुए डिप्टी सीएम शिवकुमार ने कहा कि हमने विधानसभा चुनाव में 136 सीटें जीती थीं। यह सब आम सहमति के कारण ही हुआ है। हालांकि इस पर विश्लेषकों का कहना है कि इसका अर्थ यह है- सत्ता के बंटवारे और आलाकमान द्वारा लिए जाने वाले संभावित निर्णय के बारे में सच्चाई केवल वह और सिद्धारमैया ही जानते हैं।
उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम शिवकुमार ने सीएम सिद्धारमैया और उनके खेमे द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए तीसरा विकल्प तैयार करने के कथित प्रयासों को प्रभावी ढंग से विफल कर दिया है, तथा इसे अपने और सिद्धारमैया के बीच सीधे मुकाबले तक सीमित करने में कामयाब रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डिप्टी सीएम शिवकुमार ने हाल ही में गृह मंत्री जी परमेश्वर द्वारा बुलाई गई एससी-एसटी विधायकों की बैठक को रोक दिया था। अब उनकों दलित मंत्रियों द्वारा सीएम पद पर दावा पेश करने के लिए आयोजित रैली को रोकने का काम भी सौंपा गया है।
बता दें कि कर्नाटक में समय-समय पर नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठ रही है। डिप्टी सीएम के खेमे के विधायक उन्हें सीएम पद देने की मांग कर रहे है। हालांकि सीएम सिद्धारमैया ने कहा था कि वे अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। लेकिन कई बार विधायकों द्वारा शिवकुमार को सीएम बनाने की आलाकमान से मांग भी की गई।
विधायकों द्वारा सीएम पद को लेकर बयान देने पर पार्टी ने कई विधायकों पर कार्रवाई भी की है। पार्टी ने इस मुद्दे पर बयान देने पर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।
Published on:
03 Nov 2025 09:23 am
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