प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार सुबह रांची में 800 करोड़ रुपये के बहुचर्चित जीएसटी घोटाले के सिलसिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के छह ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। यह कार्रवाई घोटाले के कथित मास्टरमाइंड कोलकाता निवासी शिव कुमार देवड़ा के नेटवर्क से जुड़े लोगों के खिलाफ की जा रही है।
ईडी की एक टीम ने रांची के प्रमुख रिहायशी और व्यावसायिक क्षेत्र पीपी कंपाउंड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट की चौथी मंजिल पर कारोबारी कृष्णा ठक्कर के ठिकाने पर छापा मारा। इसके साथ ही शहर के पांच अन्य स्थानों पर भी समानांतर जांच चल रही है। सूत्रों के अनुसार, कोलकाता और मुंबई में भी इस घोटाले से जुड़े कुछ ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
ईडी की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि इस घोटाले में फर्जी कंपनियों के माध्यम से बिना किसी वास्तविक व्यापार के कागजी बिल बनाए गए और बड़े पैमाने पर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का दुरुपयोग किया गया। इस मामले में जमशेदपुर के जुगसलाई निवासी विक्की भालोटिया, ज्ञानचंद्र जायसवाल उर्फ बबलू जायसवाल, कोलकाता के व्यापारी शिव कुमार देवड़ा, अमित गुप्ता और सुमित गुप्ता को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पूछताछ में सामने आया कि कई अन्य लोग भी इस अवैध धंधे में शामिल थे।
पहले चरण की जांच में मिले सबूतों और दस्तावेजों के आधार पर ईडी ने अब दूसरे दौर की कार्रवाई शुरू की है। माना जा रहा है कि इस छापेमारी से जीएसटी फर्जीवाड़े से जुड़े और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
गौरतलब है कि पिछले महीने जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने इस घोटाले के एक अन्य मामले में रांची के दो व्यापारियों, लव अग्रवाल और गुलबहार मलिक, को गिरफ्तार किया था। ईडी की इस ताजा कार्रवाई से घोटाले के पूरे नेटवर्क को उजागर करने की उम्मीद जताई जा रही है।
Published on:
07 Aug 2025 01:12 pm