Cyber Crime: झारखंड में साइबर ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। हर दिन औसतन 69 साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज हो रही हैं और करीब 7 साइबर ठग पुलिस की गिरफ्त में आ रहे हैं। यह जानकारी शुक्रवार को झारखंड पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी अभियान माइकल राज ने साझा की। जनवरी से जून 2025 तक डायल-1930 साइबर हेल्पलाइन पर कुल 11,910 शिकायतें दर्ज हुई हैं। यानी हर दिन औसतन 66 शिकायतें पुलिस के पास पहुंची हैं। इसी अवधि में राज्य के अलग-अलग थानों में साइबर अपराध से जुड़े 620 मामले दर्ज हुए, जिसका औसत रोजाना तीन से अधिक बैठता है।
साइबर अपराध पर लगाम कसने के लिए पुलिस ने जांच तेज की है। इन छह महीनों में पुलिस ने 767 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। वहीं नवंबर 2023 में लॉन्च किए गए ‘प्रतिबिंब’ मोबाइल ऐप के माध्यम से दर्ज 83 मामलों में 474 साइबर अपराधियों को पकड़ा गया। इस तरह छह महीने में कुल 1241 साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़े, यानी रोजाना औसतन सात ठग गिरफ्तार हुए।
आईजी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान 5.43 लाख रुपये नकद, 1664 सिम कार्ड, 1283 मोबाइल फोन, 135 एटीएम कार्ड, 20 दोपहिया वाहन, 8 चारपहिया वाहन, 19 लैपटॉप, 37 बैंक पासबुक, 24 बैंक चेकबुक, 3 स्वाइप मशीन और 1 राउटर जब्त किए गए हैं। यह जब्ती राज्य में साइबर ठगों के नेटवर्क को तोड़ने में पुलिस की गंभीरता को दर्शाती है।
डायल-1930 पर दर्ज शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 15.90 करोड़ रुपये की राशि फ्रीज कराई है। इसके अलावा अदालत की अनुमति से 83.84 लाख रुपये पीड़ितों के खातों में वापस कराए गए हैं, जिससे ठगी के शिकार लोगों को राहत मिली है।
आईजी माइकल राज ने बताया कि साइबर ठग अब नई तकनीक का इस्तेमाल कर आम लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस भी अपनी तकनीकी क्षमता को बढ़ा रही है ताकि ऐसे अपराधों पर सख्त कार्रवाई जारी रह सके।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी अज्ञात कॉल पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। किसी भी साइबर ठगी की घटना होते ही तुरंत डायल-1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं, ताकि समय रहते ठगी गई राशि को फ्रीज कराया जा सके और अपराधियों को गिरफ्तार किया जा सके।
Published on:
18 Jul 2025 09:35 pm