ASI संदीप सुसाइड मामले में FIR दर्ज
ASI Sandeep Suicide Case: हरियाणा के रोहतक में साइबर सेल के ASI संदीप लाठर की आत्महत्या मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मंगलवार को संदीप ने सेवा रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी। परिजनों की शिकायत पर सदर थाने में FIR दर्ज हो गई है। इसमें पूर्व IPS वाई. पूरन कुमार की पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार, उनके भाई व AAP विधायक अमन रतन (कुछ रिपोर्ट्स में अमित रतन), पूरन के गनमैन सुशील कुमार और एक अन्य व्यक्ति को आरोपी बनाया गया है। FIR आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों में दर्ज की गई है। संदीप के सुसाइड नोट और वीडियो में पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार, जातिगत भेदभाव, रिश्वतखोरी और महिलाओं के उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए गए थे।
परिजनों का कहना है कि संदीप पर पूरन कुमार गुट का दबाव था, जिससे वे मानसिक रूप से टूट चुके थे। संदीप ने नोट में लिखा कि पूरन ने हत्या जैसे मामलों से आरोपी बचाने के लिए रिश्वत ली। वे सुशील कुमार की गिरफ्तारी में शामिल थे, जो शराब ठेकेदार से 2.5 लाख की रिश्वत मांगने के आरोपी हैं। पूरन की पत्नी IAS होने और भाई विधायक होने से परिवार का दबदबा था। घटना के बाद परिवार ने पोस्टमॉर्टम से इनकार कर दिया था, लेकिन FIR के बाद सहमति मिली। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के OSD वीरेन्द्र सिंह बढ़खालसा ने लाढ़ौत गांव में परिवार से मुलाकात की और न्याय का आश्वासन दिया।
पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी सुशील जेल में बंद हैं, बाकियों से पूछताछ होगी। यह मामला पूरन कुमार के सुसाइड (7 अक्टूबर) से जुड़ा है, जिन्होंने नोट में वरिष्ठ अधिकारियों पर जातिगत उत्पीड़न का आरोप लगाया था। हरियाणा पुलिस में हड़कंप मच गया है। DGP शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजा गया, रोहतक SP नरेंद्र बिजरनिया का ट्रांसफर हो चुका। विपक्ष ने न्यायिक जांच की मांग की। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पुलिस में भ्रष्टाचार और जातिवाद की गहरी समस्या उजागर करता है।
हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार का अंतिम संस्कार बुधवार को किया गया। दोपहर 3 बजे उनकी अंतिम यात्रा सेक्टर-24 स्थित आवास से शुरू हुई और लगभग 4 बजे सेक्टर-25 के श्मशान घाट पहुंची। वहां पुलिस टुकड़ी ने सलामी दी, और बड़ी संख्या में उपस्थित पुलिस, प्रशासन और सरकारी प्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उनकी दोनों बेटियों ने मुखाग्नि दी। यहां उनकी पत्नी, आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार, कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार, श्याम सिंह राणा, एसीएस गृह सुमिता मिश्रा, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, नव नियुक्त डीजीपी ओपी सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
इससे पहले, सुबह पूरन कुमार के आत्महत्या के नौवें दिन चंडीगढ़ के पीजीआई में उनका पोस्टमॉर्टम किया गया। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई, जिसमें लगभग चार घंटे का समय लगा। उसके बाद दोपहर में एम्बुलेंस से उनके पार्थिव शरीर को सेक्टर-24 स्थित आवास पर लेकर जाया गया। पुलिस ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पूरन कुमार ने अपनी सर्विस पिस्तौल से खुद को गोली मार ली और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
Published on:
15 Oct 2025 10:54 pm
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