Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

‘लाडो लक्ष्मी’ बनी ‘लूटो लक्ष्मी’, 96% महिलाएं ठगी गईं: AAP का BJP पर हमला

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने शनिवार को दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना को लेकर हरियाणा की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला।

2 min read
Google source verification
Anurag Dhanda

आप के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा (Photo-ANI)

AAP Attacks BJP: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने शनिवार को हरियाणा की भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना को महिलाओं के साथ सबसे बड़ा चुनावी धोखा बताया। अनुराग ढांडा ने कहा, 'बीजेपी ने हर महिला को 2100 रुपये मासिक देने का वादा किया था, लेकिन 1.4 करोड़ में से सिर्फ 3.73% को पैसा मिला। 96.27% ठगी गईं!'

बीजेपी ने महिलाओं के साथ किया धोखा

आप के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने कठोर शर्तें थोपकर महिलाओं को अयोग्य ठहराया है।
- परिवार की सालाना आय 1 लाख रुपये से कम
- उम्र 23 साल से अधिक
- पति हरियाणा का निवासी
- घर में कोई पेंशनधारी नहीं
उन्होंने कहा कि गरीब बेटियां, कॉलेज जाने वाली युवतियां, नई बहुएं, विधवाएं—सब बाहर। ये सशक्तिकरण नहीं, अपमान है!

1.4 करोड़ में से सिर्फ 3.73% के खाते में आया पैसा

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में बड़े मंच और कैमरों के बीच दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना की पहली किस्त तो जारी की है। इस पर ढांडा बोले, 'सीएम के पास प्रचार का समय है, लेकिन महिलाओं के लिए न नीयत, न नीति। ये ‘लाडो लक्ष्मी’ नहीं, ‘लूटो लक्ष्मी योजना’ है! बीजेपी ने हर महिला को 2100 रुपये देने का वादा किया। हकीकत यह है कि 1.4 करोड़ महिलाओं में से सिर्फ 3.73 प्रतिशत के खाते में पैसा आया है। यानी 96.27 प्रतिशत महिलाएं ठगी गईं।

इन महिलाओं को मिलेगा योजना का लाभ

हरियाणा सरकार के मुताबिक, लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ 23 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को मिलेगा। इसके लिए 25 सितंबर से 31 अक्टूबर के बीच ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया चलाई गई। इसमें अब तक 6,97,697 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इसमें 6,51,529 विवाहित महिलाएं और 46,168 अविवाहित महिलाएं हैं। योजना का उद्देश्य गरीब और निम्न आय वर्ग की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। लेकिन अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है।