एयर इंडिया की एआई171 फ्लाइट 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के 33 सेकंड बाद क्रैश हो गई थी। इस भयावह हादसे में 260 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। जिनमें 229 यात्री, 12 चालक दल के सदस्य और 19 लोग जमीन पर थे।
अब मोदी सरकार ने इस मामले में नई जानकारी दी है। सरकार ने गुरुवार को संसद में बताया कि दुर्घटना होने के चार दिन बाद एयर इंडिया के लगभग 112 पायलट एकसाथ सिक लीव (छुट्टी) पर चले गए थे।
बता दें कि एयर इंडिया में काम करने वाले पायलटों की संख्या लगभग 1,700 है। इसमें से औसतन लगभग 50 पायलट हर रोज बीमार होने की सूचना देते हैं और छुट्टी पर चले जाते हैं। सरकार ने कहा कि दुर्घटना के बाद कंपनी में सिक लीव के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया कि एयर इंडिया ने AI-171 दुर्घटना के बाद सिक लीव के मामले बढे हैं। 16 जून 2025 को कुल 112 पायलटों ने बीमार होने की सूचना दी और सिक लीव पर चले गए। जिनमें 51 कमांडर (P1) और 61 फर्स्ट ऑफिसर (P2) शामिल थे।
बता दें कि भाजपा सांसद जय प्रकाश ने सदन में सवाल किया था कि क्या यह सच है कि फ्लाइट दुर्घटना के बाद, बड़े पैमाने पर एयर इंडिया के पायलटों ने बीमार होने की सूचना दी और छुट्टी पर चले गए? क्या सरकार ने उनके तनाव को कम करने के कोई ठोस कदम उठाए? इसके जवाब में मुरलीधर मोहोल ने यह प्रतिक्रिया दी।
मोहोल ने बताया कि शुरू में बीमार पड़कर छुट्टी लेने वालों की संख्या कम थी, लेकिन 16 जून को यह चरम पर पहुंच गई। डीजीसीए ने फ्लाइट क्रू और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स (एटीसीओ) के मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में पहले से ही एक मेडिकल सर्कुलर जारी कर रखा है, जो ऑपरेटरों (अनुसूचित और गैर-अनुसूचित) और डीजीसीए-पैनल वाले मेडिकल परीक्षकों के लिए दिशानिर्देश निर्धारित करता है।
दूसरी तरफ, सरकार ने भी मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के प्रबंधन में मदद के लिए उड़ान चालक दल और एटीसीओ के लिए एक स्वतंत्र, अनुकूलित प्रशिक्षण कैप्सूल भी शुरू किया है।
Published on:
25 Jul 2025 09:29 am