क्या आपने कभी सोचा है कि जब देश में करोड़ों युवा रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं, तब केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों में लाखों पद खाली कैसे पड़े हैं? संसद में सरकार ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं। 40 लाख से ज्यादा पद मंजूर हैं, लेकिन 9.79 लाख पद अब भी खाली पड़े हैं। यह सवाल राज्यसभा में शिवसेना सांसद संजय राउत ने उठाया था। उन्होंने पूछा था कि सरकार ने तो हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, फिर ये लाखों खाली पद क्या इस वादे की पोल नहीं खोलते?
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि मार्च 2021 तक केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों में कुल 40,35,203 पद स्वीकृत थे, जिनमें से लगभग 9.79 लाख पद खाली हैं। ये आंकड़े 78 मंत्रालयों और विभागों से जुड़े हैं।
रेलवे, रक्षा, गृह मंत्रालय, डाक विभाग जैसे बड़े और जरूरी मंत्रालयों में भी हजारों पद खाली पड़े हैं। ये वही विभाग हैं जिन पर देश की सुरक्षा, संचार व्यवस्था और आंतरिक प्रशासन टिका हुआ है।
सरकार का कहना है कि पद खाली रहना एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है और जरूरत के मुताबिक भरे जाते हैं। मिशन रिक्रूटमेंट नाम से 2022 से एक विशेष अभियान चल रहा है, जिसके तहत देशभर के 45-50 शहरों में रोजगार मेले लगाए जा रहे हैं। मंत्रालयों को पहले से ही निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी जरूरतों के मुताबिक खाली पदों की सूचना भर्ती एजेंसियों को समय भेजते रहें। इसके अलावा पदोन्नति के लिए मॉडल कैलेंडर तय किया गया है ताकि समय पर बैठकों के जरिए प्रमोशन हो सके। 13A वेतन स्तर तक के पदों के लिए विभाग खुद ही डेप्युटेशन नियुक्ति कर सकते हैं।
Published on:
31 Jul 2025 11:25 am