नरसिंहपुर. जिले में सुगर सीजन शुरू हो गया है इसके साथ ही किसानों के पिछले वर्षों के लाखों रुपयों के बकाया भुगतान के मामले भी सामने आने लगे हैं। सोमवार को महाकोशल सुगर मिल के एमडी रजा नवाब अपने स्टाफ के साथ जैसे ही मिल चालू करने पहुंचे किसान मिल के गेट पर धरना दे कर बैठ गए और पिछले दो साल के बकाया भुगतान की मांग की । भुगतान न होने पर मिल चालू न होने देने की चेतावनी दी। सैकड़ों किसानों ने राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष ऋषिराज पटेल के साथ मिल का घेराव किया और जमकर नारेबाजी कर बकाया भुगतान की मांग की। मामला बिगड़ते देख मिल के एमडी ने किसानों से बात की और कुछ ही घंटों में किसानों के बकाया भुगतान करने का आश्वासन दिया पर शाम तक उस पर अमल नहीं किया जिसके बाद किसानों ने फिर वहीं डेरा डाल लिया। किसानों ने वहीं अपना भोजन तैयार किया।
८३ लाख का भुगतान बकाया
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष ऋषिराज पटेल ने बताया कि महाकोशल सुगर मिल के एमडी रजा नवाब को ४० से अधिक किसानों के करीब ८३ लाख रुपए के बकाया भुगतान की सूची दी गई थी। नवाब ने आश्वासन दिया कि वे तत्काल भुगतान की व्यवस्था करा रहे हैं। शाम करीब ५ बजे मिल के गन्ना प्रबंधक एके पांडेय ने कहा कि आज भुगतान नहीं हो सकता अब कल ही देखेंगे। जिसके बाद किसान बिफर गए और मिल के गेट के बाहर ही धरने पर डट गए।
प्रशासन ४ माह में नहीं करा सका भुगतान
महाकोशल सुगर मिल और एक खांडसारी पर किसानों के लाखों रुपए के बकाया भुगतान को लेकर किसान पिछले चार माह से बार बार प्रशासन को ज्ञापन दे रहे हैं और जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन भी कर चुके हैं इसके बावजूद प्रशासन इन चार माह में भुगतान नहीं करा सका। किसानों ने राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के नेतृत्व में १५ सितंबर को प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था जिसमें मिलों पर बकाया राशि दिलाने की मांग की थी। जिसके बाद किसानों ने १२ अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर वृहद प्रदर्शन किया था। तत्कालीन कलेक्टर रोहित सिंह ने किसानों को दिवाली तक उनकी मांग पूरी करने का आश्वासन दिया था पर प्रशासन अपने आश्वासन पर खरा नहीं उतरा। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया था कि पिछले सालों का बकाया भुगतान न होने पर मिल चालू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सोमवार को जब महाकोशल मिल चालू होने लगी तो किसान पुराने भुगतान की मांग पर अड़ गए।
मिल के एमडी रजा नवाब ने स्वीकार किया चेक बाउंस हो गए
किसानों के प्रदर्शन के दौरान महाकोशल सुगर मिल के एमडी रजा नवाब ने इस बात को स्वीकार किया कि किसानों का भुगतान बकाया है जिसका कारण यह है कि कई किसानों को मिल द्वारा दिए गए चेक तकनीकी कारणों से बाउंस हो गए थे जिसकी वजह से किसानों को उनकी बकाया राशि नहीं मिल सकी। अगले दो तीन दिनों में बकाया भुगतान कर दिया जाएगा।
सामने आई गन्ना विभाग की उदासीनता
इस पूरे प्रकरण में गन्ना विभाग की उदासीनता सामने आई है। हर साल सीजन खत्म होने पर गन्ना विभाग यह रिपोर्ट जारी करता है कि मिलों द्वारा किसानों की बकाया राशि का भुगतान कर दिया गया है। महाकोशल मिल के खिलाफ किसानों ने कई शिकायतें की पर गन्ना विभाग उदासीन बना रहा।
वर्जन
महाकोशल मिल के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन की जानकारी मुझे है किसानों का प्रदर्शन खत्म हो गया है। बकाया भुगतान को लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
ऋजु बाफना कलेक्टर
वर्जन
महाकोशल सुगर मिल के एमडी रजा नवाब ने तत्काल भुगतान की बात कही थी शाम को गन्ना प्रबंधक एके पांडेय ने जवाब दिया आज भुगतान नहीं हो सकता। जिसके बाद से किसान धरने पर डटे हुए हैं।
ऋषिराज पटेल, प्रांतीय अध्यक्ष राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ
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Published on:
14 Nov 2022 10:13 pm