सच्चे भक्तों का मान नहीं घटने देते है भगवान
धूपखेड़ा में भागवत प्रवचन माला का आयोजन
तेंदूखेड़ा- इन दिनों समीपी ग्राम धूपखेड़ा में 1 मार्च से कथा व्यास प विकास शर्मा के द्वारा संगीतमय कथा के दौरान पंचम दिवस भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाएं,गिरीराज पूजन महोत्सव और 56 भोग की कथा का भक्तिभावपूर्ण वर्णन किया। उन्होने कहा कि भगवान अपने भक्तों की लाज बचाने उनकी रक्षा करने के लिए स्वयं गोबर्धन पर्वत उठाकर अभिमानियों का मान घटाने खड़े हो जाते है। वास्तव में हमारी सच्ची निष्ठा और लगन यदि ईश्वर के प्रति है हम उनके प्रति आश्रित है तो भगवान सदैव हमारी रक्षा करने के साथ मान नहीं घटने देते है। माखन चोरी हो या नाग नाथ ने के बहाने गेंद खेलना हो, धूल में खेलते हुए मिट्टी खाना हो चाहे पूतना बध हो या फि र नरकासुर बध हो सब के पीछे भगवान स्वयं बांके विहारी के द्वारा इस संदेश देते हुए यह स्पष्ट किया गया है कि हमें स्वयं भगवान के प्रति अपनी लगन निष्ठा बनाये रखने के साथ स्वयं अपने कर्म पथ पर संलग्न रहना चाहिए। किसी को भी अपनी थोड़ी सी भी कामयाबी पर घमंड नहीं दिखाना चाहिए। सब के प्रति एक जैसा भाव रखना चाहिए। इस कथा के एक दिन पूर्व भगवान बांके विहारी का श्रीकृष्ण जन्मोत्सव ग्राम के श्रोता श्रद्धालुओं ने भक्तिमय अंदाज में मनाया। बधाई गीत गाये गये। साथ ही भगवान को 56 भोग लगाये गये। इस कथा में भागवत किंकर की उपाधि से अलंकृत पं. कृष्णकांत जी शास्त्री एवं पं. राजकुमार जी दुबे के साथ-साथ आसपास ग्रामण्ीा क्षेत्रों के श्रोता श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में पहुंचे।
Published on:
08 Mar 2020 12:56 pm