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हम हैं टाइगर स्टेट: रेंकिंग में देश के 51 टाइगर रिजर्व में एसटीआर दूसरे नंबर पर, अब पहले नंबर की करेंगे तैयारी

-देश के बेस्ट टाइगर पार्क में शुमार, मैनेडमेंट इफेक्टिवनेस इवेल्यूशन में भी टॉप फाइव

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हम हैं टाइगर स्टेट: रेंकिंग में देश के 51 टाइगर रिजर्व में एसटीआर दूसरे नंबर पर, अब पहले नंबर की करेंगे तैयारी

हम हैं टाइगर स्टेट: रेंकिंग में देश के 51 टाइगर रिजर्व में एसटीआर दूसरे नंबर पर, अब पहले नंबर की करेंगे तैयारी

नर्मदापुरम. विश्व टाइगर दिवस खुशखबर है कि रेंकिंग में देश के 51 टाइगर रिजर्व में प्रदेश का नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) दूसरे स्थान पर अव्वल आया है। यह उपलब्धि टाइगर रिजर्व की हालिया रिपोर्ट में सामने आई है। एसटीआर में टाइगरों के संख्या पचास प्लस से बढ़कर अब 62 प्लस हो चुकी है। पिछले सालों के पार्क के बेहतर प्रबंधन, स्थानीय लोगों के सहयोग से करीब 12 बाघ बढ़ गए हैं। बाघों का कुनबा बढऩे का सिलसिला आगामी समय में भी जारी रहने की तैयारियों के साथ ही नंबर वन बनने की उम्मीदें जताई गई है। इतना ही नहीं मप्र के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और कान्हा नेशनल पार्क को मैनेजमेंट इफेक्टिवनेस इवेल्यूशन यानी प्रभावशाली प्रबंधन श्रेणी में देश के टॉप-5 में भी जगह मिली है। विश्व टाइगर दिवस पर शनिवार को जिले में कार्यक्रम भी आयोजित हुए। इसमें लोगों एवं बच्चों को बाघों के महत्व, उनके संरक्षण-संवर्धन को लेकर जानकारियां देकर जागरूक किया गया। इसमें यह भी बताया गया कि मप्र ने टाइगर स्टेट का दर्जा दूसरे साल भी कायम रखा है।

इसलिए हम रहे टॉप

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम के डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति ने बताया कि 51 टाइगर रिजर्व में देश में हम दूसरे स्थान पर आ चुके हैं। इस बड़ी उपलब्धि के पीछे पार्क के बेहतर प्रबंधन, यहां के मैदान सहित कार्यालयीन स्टॉफ की दिनरात कड़ी मेहनत, पार्क जुड़े और आसपास के स्थानीय लोगों का बाघों के प्रति लगाव और संरक्षण-संवर्धन में सहयोग, टूरिस्टों का बड़ी संख्या में आना उनका पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने सहयोग करना सहित बाघों के उनके अनुकूल वातावरण, खानपान और टेरेटरी बनाने में मिली स्वतंत्रता आदि कार्य मुख्यत: शामिल हैं। जनसंख्या के मान से देखें तो एसटीआर में वर्ष 2018 की गणना में संख्या 50 थी। पिछले पांच सालों में बाघों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है। यानी 12 टाइगर बढ़े हैं। मप्र तीसरी बार टाइगर स्टेट बना है। जिसमें यह पहला स्वर्णिम अवसर है जब मप्र ने लगातार दूसरी बार ये उपलब्धि हासिल की है। बता दें कि वर्ष 2006 में हुई गणना में मप्र को टाइगर स्टेट घोषित किया गया था। इसके बाद 2018 और अब 2022 में मप्र नंबर वन रहा।

मुख्यमंत्री व केंद्रीय वन मंत्री ने दी बधाई

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव एवं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने-अपने ट्वीटर हैंडल पर टाइगर स्टेट की उपलब्धि पर बधाई दी है। चौहान ने जनता को वन एवं वन्यप्राणियों के संरक्षण में उनके सहयोग पर धन्यवाद ज्ञापित किया। वनमंत्री यादव ने लीडिंग टाइगर स्टेट आफ इंडिया के लिए एमपी को शुभकामनाएं दी। केंद्रीय मंत्री तोमर ने लिखा खुशी का विषय है कि एक बार फिर मप्र ने टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल किया है।

पर्यटन गाइडों एवं बच्चों ने निकाली जागरूकता रैली

नर्मदापुरम. अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व एसटीआर में के विभिन्न क्षेत्रों में बाघ संरक्षण संबंधी जागरूकता अभियान चलाया गया। अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। पचमढ़ी क्षेत्र में पर्यटन गाइडों ने जागरूकता रैली निकाली। मटकुली, पिपरिया बफर, बागरा बफर तथा तवा बफर आदि क्षेत्रों में बच्चों की निबंध, चित्रकला तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं कराई गईं। नर्मदापुरम शहर में भी पंडित रामलाल शर्मा स्कूल में एसटीआर उप संचालक संदीप फेलोज, स्कूल प्राध्यापक सुधीर मिश्रा सहित अन्य स्कूलों के शिक्षकों की मौजूदगी में चित्रकला एवं तात्कालिक क्वीज प्रतियोगिता हुई। बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। बाघ दिवस में लगभग 15 विद्यालयों के 200 से भी अधिक बच्चे शामिल हुए।