मां मीरा की भक्ति से प्रेरणा ले
-विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा मीरा के वचनों को जीवन में अपनाएं
मेड़ता सिटी (नागौर). मीरा नगरी मेड़ता सिटी में बुधवार से आठ दिवसीय 521वें मीरा महोत्सव का विधिवत आगाज हुआ। मंदिर शिखर पर ध्वजारोहण और मां मीरा व ठाकुरजी की रजत रेवाड़ी स्थापना के साथ भक्तिमति मीराबाई के जन्मोत्सव के कार्यक्रमों की शुरूआत की गई। मीरा स्मारक परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जयपुर से आए विधायक बालमुकुंद आचार्य ने मां मीरा की वचनों और भजनों को जीवन में अपनाने की बात कहीं।
राजपूत समाज के महिला-पुरुषों की ओर से चारभुजानाथ एवं मीरा मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण किया गया। गर्भगृह के सामने स्थापित रजत रेवाड़ियों की मुख्य यजमान नगरपालिकाध्यक्ष शोभा लाहोटी, नरेंद्र लाहोटी ने आरती की। इसके बाद राव दूदागढ़ पैनोरमा मीरा में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि हमें जात-पात, ऊंच-नीच मिटाते हुए इनसे ऊपर उठना होगा। मां मीरा व उनके गुरु रैदास इसके उदाहरण है। हम जिन लोक देवताओं व देवताओं की भक्ति करते हैं, भगवान उनमें भेद नहीं करते। उन्होंने कहा कि आज का वातावरण हमें बांटने का चल रहा है। हमें बंटना नहीं है। हम सबको एक रहना है, नेक रहना है।
शाम को 5100 दीपकों का दान
मीरा महोत्सव के तहत मेड़ता के देवरानी सरोवर पर आयोजित दीपदान का कार्यक्रम में शाम को पूरा शहर उमड़ा। इस दौरान 5100 दीपकों की राेशनी से सरोवर जगमगा उठा। पुष्कर से आए नगाड़ा वादकों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। पुष्कर के पंडितों ने महाआरती की।
Published on:
31 Jul 2025 04:50 pm