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मुंबई को लूट रहें उत्तर भारतीय, मराठी लोगों का हक छीना… संजय राउत ने दिया भड़काऊ बयान

Sanjay Raut on North Indians : मुंबई में आगामी बीएमसी चुनाव से पहले मराठी बनाम हिंदी भाषा का विवाद और भी गरमाने की संभावना है। इस बीच, संजय राउत ने कहा कि उत्तर भारतीय मराठी लोगों का हक मारकर मुंबई को लूट रहे हैं।

मुंबई

Dinesh Dubey

Aug 04, 2025

Sanjay Raut Maharashtra Politics
शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत

मराठी बनाम हिंदी भाषा विवाद (Marathi Hindi Row) के बीच शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद संजय राउत ने उत्तर भारतीयों को लेकर विवादित बयान दिया है। सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) पर हमला बोला और कहा कि उत्तर भारतीय मराठी लोगों के हक मारकर मुंबई लूट रहे हैं।

राज्यसभा सांसद राउत ने कहा, "निशिकांत दुबे लगातार महाराष्ट्र और मराठी लोगों के खिलाफ बोल रहे है। और दुख की बात यह है कि राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उस व्यक्ति की बातों का अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन कर रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की राजनीति में बैठे लोगों को इस प्रवृत्ति को बढ़ावा नहीं देना चाहिए, क्योंकि यह मामला केवल राजनीति का नहीं बल्कि महाराष्ट्र की अस्मिता और मराठी स्वाभिमान का है।

राउत ने दुबे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मुंबई हमें 106 शहीदों के बलिदान के बाद मिली है। वे शहीद दुबे, चौबे या मिश्रा नहीं थे। यह बात निशिकांत दुबे को समझनी चाहिए। गिरनी कामगारों और मराठी माणूस की लड़ाई से हमें मुंबई मिली है। जब महाराष्ट्र लड़ा, मराठी लोग लड़ें और मिल मजदूरों ने लड़ाई लड़ी, तो यह मुंबई मराठी लोगों को मिली।“

इसके बाद संजय राउत ने कहा, "आप (उत्तर भारतीय) मुंबई में पैसा कमाने आए, मेहनत करने आए, लेकिन आप यहां विकास के लिए नहीं, बल्कि मुंबई को लूटने आए हैं। अपने राज्य में रोजगार न मिलने के कारण आप मुंबई में आए और अब यहां की कमाई अपने राज्य ले जा रहे हैं। यह भी उतना ही सच है कि मराठी लोगों के पेट पर लात मारकर आप लोग मुंबई को लूट रहे हैं।"

निशिकांत दुबे ने क्या कहा था?

गौरतलब हो कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक इंटरव्यू में मराठी बनाम हिंदी बहस के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मुंबई और महाराष्ट्र के विकास में उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य हिंदी भाषी लोगों का भी उतना ही योगदान है जितना मराठी लोगों का। दुबे ने सवाल उठाया था कि महाराष्ट्र को आगे बढ़ाने में उत्तर भारतीयों का योगदान भी बराबर का है, फिर भी किस आधार पर उनसे मारपीट की जाती है?"

उन्होंने यह भी कहा कि अंग्रेजी बोलने में किसी को कोई दिक्कत नहीं है। तो हिंदी को लेकर विरोध क्यों? हिंदी बोलने में दिक्कत क्यों? जब अंग्रेज भारत आए तो उन्होंने अंग्रेजी बोलना शुरू किया, लेकिन उससे पहले कोई अंग्रेजी नहीं बोलता था।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा, "वे जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं, मुझे नहीं पता कि उनका लक्ष्य मनसे है या उनका लक्ष्य बिहार है…"