School Holiday UP: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश और जलभराव के कारण शनिवार को जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर (IAS, बैच 2011) द्वारा सभी स्कूलों में तत्काल प्रभाव से अवकाश घोषित कर दिया गया है। आदेश के अनुसार कक्षा 1 से 12 तक के सभी बोर्डों के सरकारी और निजी विद्यालयों को शनिवार को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। इस निर्णय से जहां बच्चों में उल्लास की लहर है, वहीं अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है।
डीएम अय्यर द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि “शहर में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई है, जिससे बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है। अतः एहतियात के तौर पर सभी विद्यालयों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।” यह फैसला शुक्रवार देर रात हुई उच्च स्तरीय आपात बैठक के बाद लिया गया, जिसमें जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग, जिला विद्यालय निरीक्षक, नगर निगम और मौसम विभाग के अधिकारी शामिल हुए।
जिलाधिकारी के आदेशों के बाद शनिवार सुबह तक कई बच्चे अपने-अपने स्कूलों में पहुँच चुके थे। ऐसे में स्कूल प्रशासन को निर्देश दिया गया कि वे सभी बच्चों को सुरक्षित रूप से उनके घरों तक पहुँचाने की व्यवस्था करें। कई स्कूलों ने स्वयं अपने वाहनों से छात्रों को घर छोड़ा, जबकि कुछ स्थानों पर अभिभावकों को बुलाकर बच्चों को सौंपा गया। सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, ला मार्टिनियर गर्ल्स कॉलेज, आरएलबी, सेंट फ्रांसिस, और लखनऊ पब्लिक स्कूल समेत कई नामी स्कूलों ने बच्चों को समय से पहले ही छुट्टी दे दी। सोशल मीडिया पर भी कई अभिभावकों ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की लखनऊ शाखा ने चेतावनी जारी की है कि आने वाले 48 घंटों में राजधानी में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनोज त्रिपाठी ने बताया कि “पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से उठे मानसूनी सिस्टम के कारण लखनऊ सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा की स्थिति बनी हुई है। अगले दो दिनों तक राहत की कोई संभावना नहीं दिख रही है।” IMD ने लखनऊ सहित आस-पास के जिलों – बाराबंकी, उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली और हरदोई के लिए भी “ऑरेंज अलर्ट” जारी किया है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और जलभराव वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।
लगातार बारिश के कारण राजधानी के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हजरतगंज, अलीगंज, चारबाग, गोमती नगर, इन्दिरा नगर, ठाकुरगंज, राजाजीपुरम, और आलमबाग जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सड़कें पानी में डूबी नजर आईं। इसके चलते सुबह के समय स्कूल और दफ्तर जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
नगर निगम की ओर से जल निकासी के लिए अस्थायी पंप लगाए जा रहे हैं, लेकिन बारिश लगातार जारी रहने के कारण प्रयासों को अपेक्षित सफलता नहीं मिल पा रही है। कई अंडरपास पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं, जिससे यातायात ठप है। चारबाग रेलवे स्टेशन के पास पानी भरने से कुछ ऑटो और टैक्सियाँ बंद हो गईं।
बच्चों के लिए यह मौसम जहां मौज-मस्ती का बहाना बन गया है, वहीं कई अभिभावकों ने यह चिंता भी जताई है कि स्कूलों में पढ़ाई पहले ही कोरोना काल, परीक्षाओं और छुट्टियों के चलते बाधित हो चुकी है। ऐसे में लगातार बारिश की वजह से पढ़ाई पर असर पड़ेगा। अनिता वर्मा, जिनकी बेटी कक्षा 6 में पढ़ती है, ने बताया, “छुट्टी तो बच्चों के लिए अच्छी बात है, लेकिन हमें डर है कि स्कूलों का सिलेबस कैसे पूरा होगा। जब-तब मौसम या अन्य कारणों से स्कूल बंद हो जाते हैं।”
हालांकि अधिकांश माता-पिता ने जिलाधिकारी के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षा सबसे पहले है। राजेश कुमार, एक निजी कंपनी में कार्यरत अभिभावक ने कहा, “जलभराव के बीच बच्चों को स्कूल भेजना खतरे से खाली नहीं होता। छुट्टी देना बिलकुल सही कदम है।”
जिलाधिकारी विशाख अय्यर ने कहा है कि जिला प्रशासन हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है। नगर निगम, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन टीमें फील्ड पर सक्रिय हैं। सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता बनी रहती है, तो आगे भी अवकाश पर विचार किया जाएगा। साथ ही, 24x7 कंट्रोल रूम सक्रिय किया गया है जहां नागरिक अपनी समस्याओं की जानकारी दे सकते हैं। नगर निगम के टोल फ्री नंबर – 1800-180-0077 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
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Published on:
04 Aug 2025 08:03 am