LDA Housing Scheme: लखनऊ वासियों के लिए खुशखबरी है। अगर आप लखनऊ में अपना आशियाना बसाने का सपना देख रहे हैं, तो वह सपना अब जल्द ही साकार हो सकता है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) शहर के दो प्रमुख क्षेत्रों में दो नई अत्याधुनिक आवासीय योजनाएं, नैमिष नगर और वरुण विहार, विकसित करने जा रहा है। एलडीए इन योजनाओं को इस साल दिवाली तक धरातल पर लाने की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है।
इन दोनों नई कॉलोनियों को बसाने के लिए 12,504.97 करोड़ रुपये का विशाल बजट प्रस्तावित किया गया है, जिसे 4 अगस्त को एलडीए की बोर्ड बैठक में पारित किए जाने की तैयारी है। इन कॉलोनियों में न केवल आवासीय भूखंड होंगे, बल्कि आधुनिक जीवनशैली की सभी आवश्यक सुविधाएं भी मौजूद रहेंगी, जैसे कि स्कूल, अस्पताल, सामुदायिक केंद्र, व्यावसायिक क्षेत्र, मॉल और हरित क्षेत्र।
नैमिष नगर को लखनऊ के सीतापुर रोड पर रैथा क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। यह योजना 2,504 एकड़ भूमि पर फैली होगी, और इसके अंतर्गत बख्शी का तालाब तहसील के 14 गांवों की भूमि अधिग्रहित की जाएगी। इन गांवों में भौली, लक्ष्मीपुर, पूरब गांव, पुरवा, सैरपुर, फर्रुखाबाद, कोड़री भौली, कमलाबाद, कमलापुर, पलहरी, गोपरामऊ, बारूमऊ, घर्तिगरा और सैदापुर शामिल हैं।
इस योजना पर एलडीए द्वारा 4,785.34 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह आवासीय योजना NH-24 (लखनऊ-सीतापुर-शाहजहांपुर मार्ग) से सीधे जुड़ी होगी, जिससे न केवल वहां रहने वालों को बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यवसाय और रोजगार की दृष्टि से भी इसे प्रोत्साहन मिलेगा। अनुमान है कि इस योजना से लगभग दो लाख से अधिक लोगों को आवासीय सुविधा उपलब्ध होगी।
वहीं दूसरी ओर, वरुण विहार योजना को आगरा एक्सप्रेस-वे के समीप काकोरी क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। यह योजना और भी विशाल है, जिसका कुल क्षेत्रफल 5,610 एकड़ होगा। इसके लिए 12 गांवों की भूमि अधिग्रहण की जाएगी। चिन्हित गांवों में भलिया, आदमपुर, इंदवारा, बहरू, जलियामऊ, मदारपुर, इन्नाहिमगंज, नकटौरा, गहलवारा, तेजकृष्ण खेड़ा, रेवरी, सकरा और दोना शामिल हैं।
वरुण विहार लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे, NH-30 (लखनऊ-रायबरेली मार्ग) और NH-27 (लखनऊ-कानपुर मार्ग) से जुड़ाव के कारण देश के प्रमुख शहरों, कानपुर, आगरा और दिल्ली से सीधे संपर्क में रहेगा। इससे न केवल वहां रहने वाले लोगों को बेहतर यात्रा सुविधा मिलेगी, बल्कि लॉजिस्टिक्स और व्यापार को भी बड़ा बढ़ावा मिलेगा। इस योजना पर एलडीए 7,471.93 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहा है।
एलडीए इन दोनों योजनाओं में सिर्फ आवासीय भूखंड ही नहीं, बल्कि व्यावसायिक क्षेत्र, शैक्षणिक संस्थान, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, सामुदायिक केंद्र, मनोरंजन स्थल, और हरित क्षेत्र भी विकसित करेगा। इसका उद्देश्य केवल मकान बनाना नहीं है, बल्कि एक संपूर्ण नगरीय जीवन का अनुभव देना है। इन योजनाओं का लेआउट इस प्रकार तैयार किया जा रहा है कि उसमें आधुनिक जीवनशैली के सभी पहलुओं को समाविष्ट किया जा सके। कॉलोनी में मॉल, स्कूल, अस्पताल, उद्यान, और खेल के मैदान जैसे आवश्यक सुविधाओं का समावेश सुनिश्चित किया जाएगा।
इन दोनों कॉलोनियों के विकास से लखनऊ में न केवल रिहायशी संकट का समाधान होगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। निर्माण कार्यों, व्यापारिक गतिविधियों और विभिन्न सेवाओं की आवश्यकता से स्थानीय स्तर पर बड़ी संख्या में नौकरियां सृजित होंगी। साथ ही रियल एस्टेट में निवेश की संभावनाएं भी तेज होंगी। इन कॉलोनियों के विकसित होने से आसपास के क्षेत्रों का भी इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर होगा, जिससे पूरा लखनऊ शहर एक नई दिशा में विकास की ओर अग्रसर होगा।
एलडीए की योजना है कि इन दोनों कॉलोनियों की प्राथमिक संरचना इस साल दिवाली तक तैयार कर दी जाए ताकि इच्छुक लोग अपने घर के सपने को जल्दी साकार कर सकें। यह परियोजना उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो राजधानी में एक आधुनिक, सुविधाजनक और बेहतर जीवन की तलाश में हैं।
Published on:
03 Aug 2025 08:33 am