
सांकेतिक तस्वीर: AI
New Expressways: एक्सप्रेसवे के मामले में यूपी पहले ही देश के अन्य राज्यों से आगे निकल चुका है। अब उत्तर प्रदेश में 8 नए एक्सप्रेसवे बनने जा रहे हैं। इनमें से कुछ पर काम शुरू भी हो गया है।
यूपी में प्रस्तावित एक्सप्रेसवे में पहला नाम चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का आता है। यह लगभग 120 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे चित्रकूट को वाराणसी और बांदा जिलों से जोड़ेगा। इसके बनने से चित्रकूट धाम तक बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी। जिससे लोगों के लिए यात्रा और भी आसान और सुविधाजनक हो जाएगी। यह प्रोजेक्ट जुलाई 2025 में मंजूर हो चुका है। साल 2026 के आखिर तक इसके पूरा होने का अनुमान है।
एक और एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जल्द ही यूपी में होने जा रहा है। ये एक्सप्रेसवे जालौन जिले को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग 27 के साथ बनने वाले इस एक्सप्रेसवे की लंबाई लगभग 115 किलोमीटर होगी। शुरूआत में इसे 4 लेन का बनाया जाएगा, लेकिन बाद में इसे 6 लेन में विस्तार करने का प्रस्ताव है। इस परियोजना के लिए करीब 63 गांवों से जमीन का अधिग्रहण होगा। ऐसे में ना सिर्फ उन गांवों की जमीनों के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है, बल्कि क्षेत्र की औद्योगिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
उत्तर प्रदेश के प्रस्तावित एक्सप्रेसवे में सबसे लंबा विंध्य एक्सप्रेसवे होगा। जिसकी लंबाई लगभग 320 किलोमीटर होगी। प्रयागराज से शुरू होकर यह एक्सप्रेसवे मिर्जापुर, वाराणसी और चंदौली के रास्ते सोनभद्र तक जाएगा। इसके लिए बजट का आवंटन किया चुका है। इसे 2 से 3 सालों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है। इसके निर्माण कार्य में करीब 23 हजार करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
उत्तर प्रदेश के विंध्य और पूर्वांचल क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 100 किलोमीटर लंबा विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे बनाने का प्रस्ताव है। यह एक्सप्रेसवे पूर्वी यूपी की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। ये लिंक रोड चंदौली के पास विंध्य एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से गाजीपुर के पास जोड़ेगा। इसके निर्माण पर लगभग 7,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
वहीं, यूपी सरकार धार्मिक नगरी हरिद्वार तक सीधी कनेक्टिविटी बनाने के उद्देश्य से मेरठ से आगे लिंक एक्सप्रेसवे की तैयारी कर रही है। वर्तमान में गाजियाबाद से मेरठ तक एक्सप्रेसवे बन चुका है, जिसे बढ़ाकर हरिद्वार तक पहुंचाया जाएगा। मेरठ में यह लिंक एक्सप्रेसवे प्रयागराज से आ रहे गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। 50 करोड़ रुपये का बजट भी इसके लिए जारी कर दिया गया है।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के 2 प्रमुख एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए 90 किलोमीटर लंबा एक नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। जिसे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे गंगा लिंक कहा जाएगा। यह सड़क आगरा एक्सप्रेसवे को फर्रुखाबाद के रास्ते गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ देगी। इस प्रोजेक्ट के लिए 900 करोड़ रुपये का बजट मंजूर हो चुका है। साथ ही इसका निर्माण कार्य साल 2025 के अंत तक शुरू होने का अनुमान है।
वहीं, उत्तर प्रदेश को मध्य प्रदेश से सीधे जोड़ने के लिए सरकार चित्रकूट-रीवा लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बना रही है। यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट से मध्य प्रदेश के रीवा तक लगभग 70 किलोमीटर लंबा होगा।
नए प्रस्तावित एक्सप्रेसवे में सबसे खास होगा जेवर लिंक एक्सप्रेसवे, जो यमुना एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ेगा। इस प्रोजेक्ट को मंजूरी के साथ बजट भी आंवटित हो चुका है।
Published on:
28 Oct 2025 04:34 pm
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