Pumpkin Seeds Water Benefits: हमारे किचन में कई ऐसी चीजें मौजूद हैं, जिनका इस्तेमाल अगर सही समय और तरीके से किया जाए, तो ये हमारे स्वास्थ्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं होतीं। ऐसी ही एक चीज है कद्दू के बीज। अक्सर सब्जी बनाते समय इन्हें फेंक दिया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही बीज आपकी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचा सकते हैं? खासतौर पर इनका पानी रोज सुबह खाली पेट पीने से पाचन, दिल, इम्यून सिस्टम और नींद जैसी समस्याओं में जबरदस्त सुधार देखने को मिल सकता है।आइए जानते हैं इसके फायदे और इसे पीने का सही तरीका।
कद्दू के बीजों में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद करता है। सुबह खाली पेट इसका पानी पीने से पेट साफ रहता है और कब्ज जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
इस बीज का पानी शरीर में मौजूद पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर बनाता है। एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स शरीर को आवश्यक न्यूट्रिशन देने में मदद करते हैं, जिससे कमजोरी दूर होती है और एनर्जी लेवल बढ़ता है।
अगर आप जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं या मौसम बदलते ही आपकी तबीयत बिगड़ जाती है, तो यह बीज रामबाण है। इसमें मौजूद जिंक और एंटीऑक्सीडेंट इम्यून सिस्टम को बूस्ट करते हैं और संक्रमण से रक्षा करते हैं।
कद्दू के बीजों में मौजूद हेल्दी फैट्स और मैग्नीशियम हार्ट हेल्थ के लिए लाभकारी माने जाते हैं। इसका पानी पीने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी घटता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
अगर आप नींद की गोलियों के आदी हो गए हैं, तो अब कद्दू के बीज का पानी आजमाएं। इसमें ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जो सेरोटोनिन और मेलाटोनिन के स्तर को बढ़ाता है और आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है।
यह पानी एक नेचुरल डिटॉक्स ड्रिंक की तरह काम करता है। यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है और लिवर की सफाई में भी मदद करता है।
सामग्री
1 बड़ा चम्मच कद्दू के बीज (छिले हुए)
1 गिलास पानी (गुनगुना या सामान्य तापमान पर)
बनाने की विधि
रात को सोने से पहले एक बड़ा चम्मच कद्दू के बीज एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह उठकर इस पानी को छान लें और खाली पेट धीरे-धीरे पिएं। चाहें तो बीजों को चबा भी सकते हैं। बेहतर परिणाम के लिए इसे लगातार 15–20 दिन तक इस्तेमाल करें। अगर आपको बीजों से एलर्जी है, तो सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। हमेशा ऑर्गेनिक और बिना नमक वाले बीज ही चुनें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
04 Aug 2025 02:23 pm
Published on:
04 Aug 2025 09:16 am