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स्कूल नहीं मौत की वैन निकली… थम गई कोटा की तनु और पारुल की मासूम हंसी, दो भाई बिना बहन के हुए

एक्सीडेंड की खबर आते ही दौड़ते-भागते अभिभावक मौके पर पहुंचे, वहां का नजारा बेहद भयावह था। स्कूल वैन बुरी तरह टुकड़ों में बिखरी, वहीं जीप एक तरफ पलटी पड़ी थी। बच्चों की किताबें और बैग दूर-दूर तक बिखरे हुए थे।

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कोटा

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Kamal Mishra

Nov 02, 2025

kota school van accident

मौत के बाद बिलखते परिजन (फोटो-पत्रिका)

कोटा। इटावा क्षेत्र के गैंता गांव से रोजाना की तरह वैन में सवार होकर बच्चे स्कूल जाने को तैयार हुए। माता-पिता ने उन्हें हंसते-हंसते स्कूल भेजा था, लेकिन थोड़ी देर बाद बच्चों को ले जा रही वैन की एक जीप से भिड़ंत का समाचार आया। जिससे परिजन के होश उड़ गए। दौड़ते भागते अभिभावक मौके पर पहुंचे, वहां का नजारा बेहद भयानक था। स्कूल वैन बुरी तरह टुकड़ों में बिखरी, वहीं जीप एक तरफ पलटी पड़ी थी। बच्चों की किताबें और बैग दूर-दूर तक बिखरे पड़े थे।

दोनों गाड़ियों की टक्कर इतनी जोरदार थी कि बच्चे 10 फीट दूर तक जा गिरे। गांव के लोगों ने खून से लथपथ बच्चों को जैसे-तैसे बाहर निकाला। यह सब देख परिजन बिलख उठे। दर्दनाक हादसे ने दो परिवारों की खुशियां छीन ली। हादसे में तनु (14) पुत्री भीमराज धाकड़ और प्रिंजल उर्फ पारुल (9) पुत्री रमाकांत खटीक की मौत हो गई। तनु दसवीं और पारुल चौथी कक्षा की छात्रा थी।

लापरवाही और लालच की भेंट चढ़ी जिंदगी

हादसे में वैन मालिक और प्रशासन की भी बड़ी लापरवाही सामने आई। वैन मालिक ने निजी उपयोग के लिए पंजीकृत पांच सीटर वाहन को मॉडिफाई कर आठ सीटर बना रखा था। इसी वाहन को रोजाना बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटनास्थल पर रोड टूटी पड़ी है। गड्ढों से बचने के प्रयास में वैन असंतुलित होकर सामने से आ रही जीप से टकरा गई। इसके बाद वैन का टायर फट गया। घटना में जीप भी पलट गई। हादसे के समय भी वैन में 12 बच्चे सवार थे।

बिना बहन के हुए दो भाई

हादसे में मृत छात्रा तनु का भाई रोनित भी घायल हो गया। वह अस्पताल में भर्ती है। पिता भीमराज एक मध्यमवर्गीय किसान है। तनु की मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बहन तनु की मौत के बाद रोनित अकेला रह गया है। वहीं छात्रा पारुल के एक साल का छोटा भाई है। चाचा परमेश्वर ने बताया कि सुबह स्कूल जाने के लिए निकली थी। तब नहीं सोचा था कि वो सफेद चादर में लिपटी हुई आएगी।

अस्पताल में सहमे बच्चे

हादसे में प्राची (11), उसकी बहन खनन (8), रोनित नागर (12), भूमिक (13), हिमानी (8) व ड्राइवर परवेज (32) को एमबीएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। प्राची कक्षा 4, खनन कक्षा 3 में पढ़ती है, दोनों के सिर और मुंह पर चोट लगी है। रोनित 5वीं में पढ़ाई करता है, उसके सिर पर चोट लगी है। भूमिक 7वीं का छात्र है, उसके सिर पर चोट लगी है। हिमानी कक्षा 4 में पढ़ती है, उसको हल्की चोट आई है। हादसे के बाद बच्चे सहमे हुए हैं। कुछ बोल नहीं पा रहे।