भाजपा और केन्द्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार को घेरने की कोशिश करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक बार फिर पुलवामा आतंकी हमले के बारे में विवादित बयान दिया। उन्होंने उक्त आतंकी हमले में राजनीतिक होने का दावा किया, भाजपा और आरएसएस पर पश्चिम बंगाल में दंगा भडक़ाने की साजिश रचने आरोप लगाया और भाजपा नेताओं को बसंती पंक्षी करार दिया।
कोलकाता
भाजपा और केन्द्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार को घेरने की कोशिश करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक बार फिर पुलवामा आतंकी हमले के बारे में विवादित बयान दिया। उन्होंने उक्त आतंकी हमले में राजनीतिक होने का दावा किया, भाजपा और आरएसएस पर पश्चिम बंगाल में दंगा भडक़ाने की साजिश रचने आरोप लगाया और भाजपा नेताओं को बसंती पंक्षी करार दिया।
हुगली जिले के तारकेश्वर में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में सरकारी परियोजनाओं की घोषणाएं के साथ रीमोट कंट्रोल से योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास करने के दौरान ममता बनर्जी ने भाजपा और केन्द्र की मोदी सरकार पर आरोपों का बौछार लगाना शुरू कर दिया। कार्यक्रम में आई भीड़ से उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में 44 जवानों की जान चली गई। अगर केन्द्र सरकार की ओर से सठिक व्यवस्था की गई होती एक भी जवान की जान नहीं गई होती। इसमें राजनीति हुई है। इससे पहले पुलवामा आतंकी हमले के कुछ ही देर बाद ममता बनर्जी बिना जांच किए पाकिस्तान पर हमला कराने का आरोप लगाने का विरोध किया था। ममता बनर्जी ने भाजपा औैर आरएसएस पर बंगाल में दंगा भडक़ाने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जनकल्याण के लिए वे सब कुछ करेंगी। लेकिन बंगाल में वे किसी को दंगा नहीं लगाने देंगी। कार्यक्रम में आए लोगों से उन्होंने कहा कि वे राज्य सरकार चला रही हैं। वे पूरी जिम्मेदारी ले कर कह रही हैं कि भाजपा और आरएसएस झूठा प्रचार कर राज्य में दंगा फैलाने की कोशिश कर रहा है। वोट से पहले ये लोग पैसे देकर किसी को बुर्का पहना कर सडक़ पर छोड़ दे रहे है और हिंसा भडक़ाने के लिए बच्चा पकडऩे वाले के सक्रिय होने का झूठा प्रचार कर रहे हैं। आप लोग इनके बहकावे में मत आईगा और कुछ भी हो तो हमारी पुलिस को बताइए। पुलिस कार्रवाई करेगी, लेकिन आप लोग कानून अपने हाथ में मत लीजिएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता बासंती पंक्षी की तरह चुनावी मौसम में दिखाई देते हैं। चुनाव आते ही ये हिन्दू, मुस्लिम और इसाई करने लगते हैं। झूठे वादे करते हैं। चुनाव बाद पांच साल दिखाई नहीं देते हैं। इन लोगों ने पिछले चुनाव से पहले विदेश से काला धन ला कर देश के प्रत्येक व्यक्ति के बैंक खाते में 15 लाख रुपए देने का वादा किया था। क्या उन्होंने पैसे दिए। - विहिप के आरोप को किया खारिज इस मौके पर विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महासचिव सुरेन्द्र जैन के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। विहिप का बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि वे हिन्दू धर्म का सम्मान करती हैं, लेकिन जो लोग धर्म के नाम पर दंगा भडक़ाते है, वे हिन्दू नहीं है। वे खुद गांव की लडक़ी हैं। हिन्दू परिवार में उनका जन्म हुआ है। रोज शाम उनकी मां शंख बजाती थीं। लेकिन उन्होंने कभी भी किसी मंदिर या मस्जिद नहीं तोड़वाया। उन्होंने मंदिर-मस्जिदों और घाटों की मरम्मत करवाया है। जैन ने गुरुवार को ममता बनर्जी के शासन में बंगाल में मंदिरे तोड़े जाने का आरोप लगाया था। ममता बनर्जी ने इस दिन भाजपा और आरएसएस के लोगों को रामकृष्ण मिशन और भारत सेवा आश्रम से सांप्रदायिक सौहार्द सीखने की नसीहत भी दी।
Published on:
26 Feb 2019 03:52 pm