खंडवा के शिक्षकों के नवाचार को भारत सरकार ने स्टोरी ऑफ चेंज पुस्तिका में किया दर्ज, विद्यार्थियों को टाइम प्रबंधन, 5 सालों के प्रश्नपत्र और वीडियो लैक्चर बनाकर दिए
शिक्षकों की एक अद्भुत पहल ' प्रदन्या ' ने खंडवा के सरकारी स्कूल में पढऩे वाले 1000 बच्चों की किस्मत बदल दी। दो साल पहले 10वीं-12वीं का परिणाम 30 फीसदी से भी नीचे चला गया था। तब जिला शिक्षा अधिकारी ने पीएस सोलंकी ने नवाचार करते हुए 12-12 विषय विशेषज्ञों की टीम बनाई।
टीम ने पिछले 5 सालों के प्रश्नपत्रों का गहन विश्लेषण कर ' प्रदन्या ' नामक बुकलेट तैयार की। शिक्षकों की कड़ी मेहनत और छात्रों के समर्पण ने ऐसा कमाल दिखाया कि पहले ही साल में 1000 से ज्यादा बच्चों के अंक 60 % से बढ़कर 85-90 % तक पहुंच गए। खास बात यह कि इस अभिनव पहल को भारत सरकार की ' स्टोरी ऑफ चेंज ' पुस्तिका में जगह दिलाई है।
शैक्षणिक सत्र 2023-24 में 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में 27 स्कूलों का परिणाम 30 % से भी कम आया। 20 का 50 और 47 स्कूलों का 50 से कम रहा। 12-12 विशेषज्ञ शिक्षकों ने बोर्ड के 5 साल के प्रश्न पत्रों के आधार पर 100-100 पेज की बुकलेट तैयार की। नाम रखा ‘ प्रदन्या ’। शिक्षकों और छात्रों की मेहनत रंग लाई। एक वर्ष में परिणाम 60 % से बढ़कर 83.3 फीसदी और हायर सेकंडरी में 70 % से बढ़कर 84.3 % बढ़ा। इसमें एक हजार बच्चे 83.3 % से 80 % रिजल्ट आया है।
प्रदन्याबुकलेट में एक निर्धारित समय पर बच्चों को अध्ययन कराया। इसमें हर सप्ताह बुकलेट में बच्चों को पेज तय किए। फिर परीक्षा ली गई। छुट्टी के दिन अतिरिक्त कक्षाएं लगीं। इसकी वीडियो तैयार की। ऑनलाइन और ऑफ लाइन विशेष कक्षा आयोजित की गई।
विद्यार्थियों को सही गाइडेंस और टाइम मैनेजमेंट सिखाया जाए तो सफलता आसानी से मिलती है। प्रदन्याबुकलेट इसी दिशा में उठाया कदम है। हमने प्रदन्या पार्ट-२ लागू कर दिया है। इस चालू वर्ष में परिणाम का लक्ष्य 95 % रखा है।
पीएस सोलंकी, जिला शिक्षा अधिकारी
बोर्ड परीक्षा-बच्चे वर्ष-2023-24 वर्ष-2024-25
हाई स्कूल- 13601 60.58 % 75. 2 %
हायर सेकंडरी-9152 69 .23% 75 .6 %
Published on:
05 Sept 2025 12:29 pm