Mission Bihaan: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत सत्यमेव जयते संकुल संगठन पाण्डातराई से जुडे़ जिम्मेदारों द्वारा 8 ग्राम संगठनाें को 41 लाख रुपए से अधिक राशि जारी किए गए। जारी राशि ग्राम संगठन को नहीं मिली।
यह राशि मुख्य रुप से पीआरपी द्वारा गबन कर लिया गया। मामले की शिकायत हुई। शिकायत पर जांच हुई। जांच सही पाया गया, बावजूद न तो शासकीय राशि की वूसली हो सकी है न ही गबन करने वालों से कुर्की। केवल नोटिस के जवाब का इंतजार किया जा रहा है।
मामला वर्ष 2022 और 2023 का है। इसकी शिकायत छह माह पूर्व पांडातराई की एक महिला स्वसहायता समूह द्वारा किया गया। छग राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत सत्यमेव जयते संकुल संगठन पाण्डातराई प्रोजेक्ट रिसोर्स पर्सन(पीआरपी) द्वारा 8 ग्राम संगठनों चंद्रहासिनी महिला ग्राम संगठन धोबघट्टी, नई दिशा महिला ग्राम संगठन सोनपुरी, हरिओम ग्राम संगठन मोहगांव, श्री साई ग्राम संगठन कोयलारीकांपा, ज्योति कलश ग्राम संगठन सराईपतेरा, जागृति महिला ग्राम संगठन मैनपुरा, उजाला महिला ग्राम संगठन चरखुराकला व मातृभूमि महिला ग्राम संगठन रेहुंटाखुर्ट से नियम विरूद्ध राशि लाखों रुपए जारी किए गए।
यह राशि समूह को नहीं मिले, बल्कि पीआरपी नसीमा खान और द्वारा तात्कालीन पीआरपी तामेश्वरी निषाद व दो समूह की अध्यक्ष द्वारा गबन कर लिया गया। तत्संबंध में 5 सदस्यीय जिला स्तरीय जांच दल ने मामले की जांच की। जांच में शिकायत सही पाया गया। जांच प्रतिवेदन 26 जून 2025 को प्रस्तुत किया गया।
इसके अनुसार पाण्डातराई संकुल संगठन की पीआरपी नसीमा खान द्वारा31 लाख रुपए का गबन हो गया। वहीं तात्कालीन पीरप तामेश्वरी निषाद ने 2.70 लाख रुपए और दो ग्रुप के अध्यक्ष और सचिव ने 7.5 लाख रुपए के नियम बनाए। इस तरह से कुल राशि 41.20 लाख रुपए का गबन किया गया।
जारी नोटिस में गबन की उक्त शासकीय राशि संबंधित शासकीय खाते में 7 दिवस के भीतर अनिवार्यत: जमा कराने के निर्देश दिए गए। राशि जमा नहीं करने की स्थिति में वसूली-कुर्की व शासकीय राशि के गबन किए जाने के कारण आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की कार्रवाई की जाने की चेतावनी भी दी गई। 7 दिन गुजरने के बाद अधिकतर जिम्मेदारों ने नोटिस का जवाब देना भी जरुरी नहीं समझा। बावजूद अब तक जिला पंचायत प्रशासन द्वारा इस पर किसी तरह से कार्रवाई नहीं की है।
इस संबंध में कबीरधाम जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय त्रिपाठी का कहना है कि गबन मामले में संबंधितों को नोटिस जारी किया गया है। कुछ नोटिस का जवाब आ गया है और कुछ-कुछ राशि जमा भी की गई है। उन्हें समय दिया गया है कि ताकि स्पष्टीकरण दे सके। फिलहाल प्रकरण प्रक्रियाधीन है।
जांच प्रतिवेतन में बताया कि पीआरपी नसीमा खान ने चंद्रहासिनी महिला ग्राम संगठन धोबघट्टी से 6 लाख रुपए लिए। वहीं नई दिशा महिला ग्राम संगठन सोनपुरी से 3 लाख, हरिओम ग्राम संगठन मोहगांव से 7 लाख, श्री साई ग्राम संगठन कोयलारीकांपा से 3 लाख, ज्योति कलश ग्राम संगठन सराईपतेरा से 1 लाख, जागृति महिला ग्राम संगठन मैनपुरा से 4 लाख, उजाला महिला ग्राम संगठन अंतर्गत सूर्या महिला स्व.सहायता समूह चरखुराकला से 1 लाख और मातृभूमि महिला ग्राम संगठन रेहुंटाखुर्ट से 6 लाख रुपए कुल 31 लाख रुपए लिए। यह राशि सत्यमेव जयते संकुल संगठन पाण्डातराई के खाते से उपरोक्त सामुदायिक संगठनों के खातों में नियम विरूद्ध हस्तांरण किया गया।
वहीं तात्कालीन पीआरपी तामेश्वरी निषाद को चंद्रहासिनी महिला ग्राम संगठन से 1.30 लाख रुपए दिए गए, जबकि अध्यक्ष रोहन मानिकपुरी ने 3.85 लाख रुपए और सचिव 1.95 दिए लाख रुपए नियम विरूद्ध आहरण कर लिए। इसी प्रकार श्री साई ग्राम संगठन से तात्कालीन पीआरपी तामेश्वरी को80 हजार रुपये का विवरण, जबकि ग्रुप के अध्यक्ष ने 1.70 लाख रुपये का आहरण किया। हरिओम ग्राम संगठन से तामेश्वरी को 60 हजार रुपए दिए गए।
Updated on:
02 Aug 2025 04:52 pm
Published on:
02 Aug 2025 04:50 pm